
संघर्ष विराम पर हुए समझौते के तहत शनिवार, 8 फरवरी को एक बार फिर हमास ने तीन इस्राएली नागरिकों को मुक्त कर दिया. 19 जनवरी से लागू हुए संघर्ष विराम के बाद अब तक 16 इस्राएली और दोहरी नागरिकता के लोगों को रिहा किया गया है.पांच थाई बंधक भी रिहा हुए हैं. पहले चरण के 42 दिनों के संघर्षविराम में 33 बंधकों को रिहा किया जाना है. इस्राएल का कहना है कि इनमें से 8 की मौत हो चुकी है. इनके बदले में इस्राएल की जेलों से करीब 1900 फलीस्तीनी कैदियों को आजाद किया जाना है. गाजा में अभी कई और लोगों का भविष्य क्या होगा यह तय नहीं हुआ है. इनमें कफीर बिबास, उसका भाई आरियल और उनकी मां शीरी बिबास भी शामिल हैं.
शनिवार को इस्राएल की जेल सवा ने 183 फलीस्तीनी कैदियों की रिहाई की पुष्टि की. गाजा में संघर्षविराम शुरू होने के बाद यह पांचवीं बार बंधकों और कैदियों की अदला बदली हुई है. इस्राएली जेल सेवा की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, "183 आतंकवादियों के देश भर की जेलों से लाया गया." इसके बाद उन्हें पश्चिमी तट, पूर्वी यरुशलम और गाजा में रिहा किया गया है.
कौन हैं इस्राएली बंधक
शनिवार को रिहा हुए तीनों इस्राएली नागरिक काफी कमजोर और भ्रमित लग रहे थे. रेडक्रॉस को सौंपने के पहले उन्हें स्टेज पर चढ़ कर वहां मौजूद भीड़ को संबोधित करने के लिए कहा गया. अब ये लोग वापस इस्राएल पहुंच गए हैं. इनमें एली शराबी इसी महीने 53 साल के होंगे. वह अपनी पत्नी दो किशोरी ब�0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%8F%E0%A4%B2%E0%A5%80+%E0%A4%AC%E0%A4%82%E0%A4%A7%E0%A4%95%E0%A5%8B%E0%A4%82+%E0%A4%94%E0%A4%B0+%E0%A4%AB%E0%A4%B2%E0%A5%80%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A5%80%E0%A4%A8%E0%A5%80+%E0%A4%95%E0%A5%88%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A5%8B%E0%A4%82+%E0%A4%95%E0%A5%80+%E0%A4%8F%E0%A4%95+%E0%A4%94%E0%A4%B0+%E0%A4%85%E0%A4%A6%E0%A4%B2%E0%A4%BE+%E0%A4%AC%E0%A4%A6%E0%A4%B2%E0%A5%80 https%3A%2F%2Fhindi.latestly.com%2Findia%2Fpolitics%2Fanother-exchange-of-israeli-hostages-and-palestinian-prisoners-2-2492105.html',900, 600)" title="Share on Whatsapp">