अलवर लोकसभा सीट 2019 के चुनाव परिणाम: जानें राजस्थान की इस सीट से कौन बन रहा है सांसद
अलवर लोकसभा सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और राहुल गांधी के सबसे करीबी माने जाने वाले जीतेंद्र सिंह और बीजेपी से महंत बालक नाथ के बीच मुकाबला है. हालांकि बहुजन समाज पार्टी के इमरान खान मुकाबला त्रिकोणीय बनाने के प्रयास में हैं. अलवर लोकसभा सीट राजनीतिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है.
Alwar Lok Sabha Results 2019: राजस्थान की सबसे ज्यादा चर्चित सीटों में से एक है अलवर लोकसभा सीट. इस सीट पर पांचवें चरण 6 मई को मतदान संपन्न हुआ था. जिन वोटों की आज गिनती की जा रही है. इन वोटों का शुरुआती रुझान सुबह से ही अना शुरू हो गया है. इस सीट से कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और राहुल गांधी के सबसे करीबी माने जाने वाले जीतेंद्र सिंह (Jitendra Singh) चुनाव मैदान में है. वहीं बीजेपी ने महंत बालक नाथ (Mahant Balaknath) चुनाव मैदान में उतारा है. इन दोनों प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में कड़ी टक्कर देने के लिए बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने इमरान खान को टिकट दिया है. बता दें कि राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों में अलवर लोकसभा सीट राजनीतिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है. वहीं मौजूदा समय में अलवर में एक महिला से गैंगरेप को लेकर भी अलवर पिछले दो हफ्ते से काफी सुर्खियों में भी है.
दिल्ली के निकट होने के कारण इसको राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल किया गया है. यह अरावली की पहाडियों के मध्य में बसा है. अलवर का प्राचीन नाम 'शाल्वपुर' था. अलवर को राजस्थान का सिंह द्वार भी कहते हैं.
सियासी समीकरण
अलवर एक यादव बहुल इलाका है. यहां करीबन 17 फीसदी मतदाता यादव हैं, जबकि एससी वर्ग और मुस्लिम मतदाता करीबन 12 फीसदी हैं. बालक नाथ यादव हैं और यादव बहुल इलाके जैसे बहरोड़, मुण्डावर और किशनगढ़ बास के इलाकों में उनकी पकड़ मजबूत है. जिस कारण उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है.
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साल 2014 में किस पार्टी को मिले कितने वोट
साल 2014 के चुनाव में बीजेपी के महंत चांद नाथ यहां सांसद बने. 2014 में महंत चांद नाथ ने कांग्रेस उम्मीदवार जितेन्द्र सिंह को 2.83 लाख मतों के बड़े अंतर से हराया था. चांद नाथ के निधन के बाद 2018 की शुरुआत में उपचुनाव हुए थे. कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व सांसद डॉ करन सिंह यादव ने बीजेपी के पूर्व सांसद जसवंत सिंह यादव को 1,96,496 मतों से पराजित किया. कांग्रेस के करन सिंह यादव को 6,42,416 और बीजेपी के जसवंत सिंह यादव को 4,45,920 वोट मिले थे.
आजादी के बाद से अब तक हुए कुल 16 लोकसभा चुनावों में 10 बार कांग्रेस को जीत मिली है. इस सीट पर तीन बार बीजेपी का कब्जा रहा है, एक बार जनता दल को मौका मिला था. एक बार भारतीय लोकदल के प्रत्याशी को जीत हासिल हुई थी. इस सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी का भी कब्जा रहा है.
विधानसभा सीट
अलवर लोकसभा सीट में 8 विधानसभा सीटें हैं. तिजारा, किशनगढ़ बास, मुंडावर, बहरोड़, अलवर अर्बन, अलवर पिछड़ा, रामगढ़ और राजगढ़-लक्षमणगढ़.
बता दें कि राजस्थान की कुल 25 सीटों में से 13 सीटों पर चौथे चरण यानी 29 अप्रैल को मतदान हुआ. वहीं, बाकी बचे 12 सीटों के लिए पांचवे चरण में वोटिंग होनी है. छह मई को गंगानगर बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर में वोटर अपने नए सांसद को चुनने के लिए मतदान करेंगे. सूबे में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर है.