नई दिल्ली: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए इस समय दिल्ली में सर्वदलीय प्रार्थना सभा हो रही है. बताना चाहतें है कि इस प्रार्थना सभा की खास बात ये है कि इसमें लगभग सभी दलों के नेता शामिल हैं. पीएम नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से लेकर बीजेपी के तमाम बड़े नेता, केंद्रीय मंत्री इस कार्यक्रम में शामिल हैं. वहीं, कांग्रेस कई दिग्गज नेता भी इस प्रार्थना सभा का हिस्सा बने हैं. वाजपेयी का लंबी बीमारी के बाद 16 अगस्त को निधन हो गया था.
प्रार्थना सभा में अटलजी के सबसे करीबी दोस्त बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि जीवन में अनेक सभाएं संबोधित की है, लेकिन आज जैसी सभा कभी संबोधित करूंगा, ये कल्पना कभी मेरे मन में नहीं थी.
I have addressed several public meetings but I had never thought that I will once have to address a meeting like this, a meeting where Atal ji would not be there: Senior BJP leader LK Advani at #AtalBihariVajpayee's prayer meeting pic.twitter.com/rEvAY3RhY3
— ANI (@ANI) August 20, 2018
प्रार्थन सभा में पीएम मोदी ने कहा कि 11 मई को परमाणु परीक्षण अटल जी की दृढ़ता की वजह से हुआ. उसके बाद दुनिया ने भारत पर प्रतिबंध लगा दिया. लेकिन ये अटल थे जो 11 मई को परीक्षण के बाद 13 मई को एक बार फिर दुनिया को चुनौती देते हुए भारत की ताकत का अहसास कराया.
जीवन कितना लंबा हो यह हमारे हाथ में नहीं है, लेकिन जीवन कैसा हो, ये हमारे हाथ में है और अटल जी ने जी करके दिखाया कि जीवन कैसा हो, क्यों हो, किसके लिए हो और कैसे हो. अटल जी नाम से ही अटल नहीं थे उनके व्यवहार में भी अटल भाव नजर आता है.
मोदी ने आगे कहा 'अटल जी ने कश्मीर पर दुनिया के सामने अलग नजरिया रखा, दुनिया का ध्यान कश्मीर में फैले आतंकवाद की तरफ खींचा. जिसका नतीजा यह हुआ कि कश्मीर चर्चा से हट गया और आतंकवाद चर्चा में आ गया.
He spent several yrs in opposition,but never compromised his ideology.His efforts ensured that India became a nuclear power&attributed the tests to the brilliance of our scientists.He never buckled under pressure.He was Atal after all: PM at #AtalBihariVajpayee's prayer meeting pic.twitter.com/Rh8MsBSQun
— ANI (@ANI) August 20, 2018
वही दूसरी तरफ यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी को सूचित किया कि राजीव गांधी का जन्मदिवस होने की वजह से वे अटल बिहारी वाजपेयी की प्रार्थना सभा में आने में असमर्थ हैं.