अलीगढ लोकसभा सीट के चुनावी रुझान आने शुरू हो गए हैं. उत्तर प्रदेश के 80 सीटों के लिए 7 चरणों में मतदान किए गए. अलीगढ से इस बार की चुनाव में बीजेपी ने अपने निवर्तमान सांसद सतीश कुमार गौतम पर भरोसा जताया है, तो वहीं सपा-बसपा ने यहां से डॉक्टर अजित बालियान को मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस ने बिजेंद्र सिंह चौधरी, आम आदमी पार्टी के सतीश चंद्र शर्मा को लड़ने भेजा है.
वैसे तो यहां की लोकसभा सीट पर साल 2014 में बीजेपी को बहुतम मिला था. लेकिन इस बार माना जा रहा है कि यहां की सीट पर कांटे की टक्कर होगी.
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बीजेपी की राह नहीं आसान
अलीगढ़ (Aligarh) लोकसभा सीट बचाने की चुनौती भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सामने है. क्योंकि इस बार सपा और बसपा दोनों एक मंच पर हैं. पिछली बार साल 2014 में बीजेपी को मोदी लहर का जबरदस्त फायदा मिला था. लेकिन इस बार कई मुद्दे हैं. विपक्ष ने नोटबंदी, जीएसटी, राफेल डील जैसे मुद्दे को लेकर विपक्ष हमला करती आ रही है. वैसे इतिहास पर नजर डालें तो बीजेपी ने साल 1991 से 1999 तक इस सीट पर कब्जा बनाए रखा था. लेकिन 2004 में कांग्रेस और 2009 में बीएसपी इस सीट से जीती थी.
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कुल विधानसभा क्षेत्र: खैर,बरौली,अतरौली,छर्रा,कोल,अलीगढ़, इग्लास
2014 के लोकसभा चुनाव में मिले वोट
बीजेपी: सतीश कुमार गौतम, 5,14,622 वोट मिले.
बीएसपी: डॉ. अरविंद कुमार सिंह, 2,27,886 वोट मिले.
समाजवादी पार्टी: जफर आलम, 2,26,284 वोट मिले.
कांग्रेस: बिजेन्द्र सिंह, 62,674 वोट मिले.
जातीय समीकरण
अलीगढ़ में मुस्लिम वोटरों का काफी प्रभाव है. वहीं जिले में करीब 20 फीसदी मुस्लिम जनसंख्या और करीब 80 फीसदी हिंदू मतदाता हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव के अनुसार इस पूरे क्षेत्र की आबादी 17 लाख है, जिसमें जिसमें तकरीबन करीब 9.65 लाख पुरुष और 8 महिला मतदाता हैं.
गौरतलब हो कि इस बार के चुनाव में तकरीबन 90 करोड़ मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे. इस बार के लोकसभा की 543 सीटों के लिए मतदान 11 अप्रैल, 18, 23, 29 अप्रैल और छह, 12, 19 मई को होंगे और मतगणना 23 मई को की जाएगी.