जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले के खिलाफ बंद से जनजीवन पर पड़ा प्रभाव

जम्मू एवं कश्मीर (Jammu-Kashmir) में शुक्रवार को घाटी में हुए आतंकवादी हमले के विरोध में आहूत बंद के कारण जनजीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है.

पुलवामा आतंकी हमला (Photo Credits: IANS)

जम्मू:  जम्मू एवं कश्मीर (Jammu-Kashmir) में शुक्रवार को घाटी में हुए आतंकवादी हमले के विरोध में आहूत बंद के कारण जनजीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. यहां गुरुवार को हुए आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 45 जवान शहीद हो गए. बंद का आह्रान जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (Chamber of Commerce & Industry Jammu) द्वारा किया गया है जो स्थानीय व्यापारियों और उद्योगपतियों की एक प्रभावशाली संस्था है.

जेसीसीआई के अध्यक्ष बी. राजेश गुप्ता ने आईएएनएस को बताया, "हम इस वीभत्स हमले की निंदा करते हैं और इस हमले में अपने प्रियजनों को खोने वालों परिवारों के साथ एकजुटता से खड़े हैं." उन्होंने कहा, "हम समाज के सभी वर्गो से पारंपरिक सौहार्द और भाईचारे को बनाए रखने की भी अपील करते हैं."

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जेसीसीआई बंद की अपील के जवाब में शहर की सभी दुकानें, व्यापारिक प्रतिष्ठान और सार्वजनिक परिवहन बंद हैं. प्रशासन ने शहर में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया है जबकि फिक्स्ड लाइन ब्रॉडबैंड कनेक्शन की गति को धीमा कर दिया गया है. प्रशासन ने जम्मू के संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है.

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