भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) से अलग होने के बाद टिकैत बंधु अब सरकारी जमीन हड़पने के आरोपों की जांच का सामना कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के सिसौली गांव के रहने वाले राहुल मुखिया ने आरोप लगाया है कि बीकेयू प्रमुख नरेश और उनके भाई राकेश टिकैत ने सरकारी जमीन पर 'अवैध कब्जा' किया है. उन्होंने कहा, "एक दशक पहले सिसौली में एक तालाब बनाने के लिए सरकार द्वारा भूमि पार्सल आवंटित किया गया था. हालांकि, टिकैत भाइयों ने तालाब को मिट्टी से भर दिया और उस पर अवैध रूप से आवासीय संपत्तियों का निर्माण किया है. मैंने इस मुद्दे के बारे में जिला स्तर के अधिकारियों को लिखित में सूचित किया था और केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ संजीव बालियान को भी स्थिति से अवगत कराया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई."
बुढाना क्षेत्र के अनुविभागीय दंडाधिकारी अरुण कुमार ने कहा कि शिकायत दर्ज होने पर उसके अनुसार जांच की जाएगी. हम मामले की जांच करेंगे और उसके अनुसार कार्रवाई करेंगे." राहुल मुखिया ने यह भी चेतावनी दी कि यदि इस मामले में जिला प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वह न्याय की गुहार लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास जाएंगे.
इस बीच, नरेश टिकैत ने कहा कि आरोप 'निराधार' है, और वह 'किसी भी जांच के लिए तैयार' है. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि ये लोग हम पर आरोप क्यों लगा रहे हैं। हमने किसी सरकारी जमीन पर कब्जा नहीं किया है.