दिल्‍ली में 139 करोड़ का महाघोटाला, मजदूरों के पैसे कार्यकर्ताओं को बांटे

दिसंबर 2017 में BJP के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष व MP मनोज तिवारी ने कंस्ट्रक्शन लेबर फंड में करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाया था, लेकिन तब आम आदमी पार्टी की सरकार ने उनके आरोप को खारिज कर दिया था.

अरविंद केजरीवाल (Photo Credit-Facebook)

नई दिल्ली: भ्रष्टाचार के मसले पर सभी को आड़े हाथ लेनेवाले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का एक बड़ा घोटाला सामने आया है.  बता दें कि दिल्ली लेबर वेलफेयर बोर्ड में फर्जी श्रमिकों के पंजीकरण के मामले में दिल्‍ली सरकार फंसती हुई नजर आ रही है.  केजरीवाल की सरकार पर अवैध रूप से दिल्ली निर्माण बोर्ड का गठन और कंस्ट्रक्शन लेबर फंड में 139 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगा है. भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने दिल्ली लेबर वेलफेयर बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष की शिकायत पर श्रम विभाग के खिलाफ छह धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

गौरतलब है कि तीन हफ्ते पहले दिल्ली लेबर वेलफेयर बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष व मजदूर नेता सुखबीर शर्मा ने भी एसीबी (ACB) में शिकायत कर आरोप लगाया था कि दिल्ली सरकार ने कंस्ट्रक्शन लेबर फंड में 139 करोड़ का घोटाला किया है. सुखबीर ने केजरीवाल सरकार पर फर्जी मजदूरों को 139 करोड़ रुपये बांटने का आरोप लगाया है.

दिसंबर 2017 में BJP के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष व MP मनोज तिवारी ने कंस्ट्रक्शन लेबर फंड में करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाया था, लेकिन तब आम आदमी पार्टी की सरकार ने उनके आरोप को खारिज कर दिया था. अब ACB में घोटाले की लिखित शिकायत होने पर एसीबी ने पहले जांच की। कई ऐसे मजदूरों को ढूंढ़ निकाला, जिनका फर्जी तरीके से बोर्ड में पंजीकरण था. इसके बाद भ्रष्टाचार अधिनियम, फर्जीवाड़ा व आपराधिक साजिश रचने आदि छह धाराओं में केस दर्ज किया गया। ऐसे में अब केजरीवाल सभी पार्टियों के निशाने पर आ गए है.

Share Now

\