आपातकाल के 45 साल: प्रकाश जावड़ेकर का कांग्रेस पर बड़ा हमला, कहा- लोकतंत्र की 45 वर्ष पहले जिन्होंने की पूर्ण हत्या वह आज सरकार पर सवाल दाग रहे
25 जून 1975 का दिन भारत के इतिहास में एक काले अध्याय के रूप में जाना जाता है. आज ही के दिन साल 1975 में देश में आपातकाल लगाने की घोषणा की गई थी. जिस वक्त देश में इमरजेंसी लागू हुई थी केंद्र की सत्ता पर कांग्रेस काबिज थी. यही कारण है कि विपक्ष आपातकाल के इस फैसले को लेकर समय-समेत पर कांग्रेस पर हमला बोलता रहा है. देश में कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है तो दूसरी तरफ बॉर्डर पर नेपाल और चीन के साथ जारी तनाव को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर है.
नई दिल्ली. 25 जून 1975 का दिन भारत के इतिहास में एक काले अध्याय के रूप में जाना जाता है. आज ही के दिन साल 1975 में देश में आपातकाल (National Emergency) लगाने की घोषणा की गई थी. जिस वक्त देश में इमरजेंसी लागू हुई थी केंद्र की सत्ता पर कांग्रेस काबिज थी. यही कारण है कि विपक्ष आपातकाल के इस फैसले को लेकर समय-समेत पर कांग्रेस (Congress) पर हमला बोलता रहा है. देश में कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic) का प्रकोप बढ़ता जा रहा है तो दूसरी तरफ बॉर्डर पर नेपाल और चीन के साथ जारी तनाव को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर है.
इसी कड़ी में आपातकाल के 45 साल के मौके पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Union Minister Prakash Javadekar) ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि 25 जून 1975 को कांग्रेस ने आपात स्थिति लायी थी एक परिवार को बचाने के लिए. 45 साल बाद आज भी कॉग्रेस जो कर रही है उसका भी एक मात्र उद्देश्य है एक परिवार को बचाना। एक अन्य ट्वीट में जावड़ेकर ने कहा कि मुझे आश्चर्य होता है की लोकतंत्र की 45 साल पहले जिन्होंने पूर्ण हत्या की वह आज सरकार पर सवाल दाग रहे. पूरी व्यवस्था को दबाया, सबको बंदी बनाया और सबकी आजादी खत्म की वह अब आजादी के नारे लगा रहे है ? इतनी ओछी राजनीती नहीं चलती. यह भी पढ़ें-इंदिरा गांधी के आपातकाल की निरंकुशता से देश को कैसे मिला छुटकारा?
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का ट्वीट-
ज्ञात हो कि चीनी सैनिकों के साथ गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद से कांग्रेस नेता लगातार सरकार को कटघरे में खड़े कर रहे हैं. हालांकि पीएम मोदी सहित विदेश मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि बॉर्डर पर सब फिलहाल ठीक है. साथ ही चीन ने किसी जगह पर कोई कब्जा नहीं किया है. वहीं देश में 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक की 21 महीने की अवधि में इमरजेंसी लागु थी.