Poisonous Liquor: बिहार में सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में शराब पीने से 8 की मौत, पुलिस जांच में जुटी
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Wikimedia Commons)

बिहारशरीफ: बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) भले ही राज्य में शराबबंदी लागू करने को लेकर अधिाकरियों को सख्ती बरतने के निर्देश दिए हों, लेकिन शनिवार को उनके गृह जिले नालंदा (Nalanada) में ही कथित तौर पर आठ लोगों की मौत शराब (Liquor) पीने से हो गई. बताया जा रहा है कि अभी भी दो पीडित लोगों का इलाज चल रहा है. Poisonous Liquor: नालंदा में जहरीली शराब पीने से 5 लोगों की मौत, मृतकों के परिजनों का दावा

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सोहसराय थाना क्षेत्र के छोटी पहाड़ी मुहल्ले में संदिग्ध स्थिति में आठ लोगों की मौत हो गई. मुख्यमंत्री के गृह जिले में ऐसी घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया. थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद और नालंदा (सदर) डीएसपी डॉ शिब्ली नोमानी मौके पर पहुंच कर मामले की जांच प्रारंभ कर दी.

इसके बाद पुलिस और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी संबंधित क्षेत्र पहुंचे और लोगों से जानकारी प्राप्त की. नालंदा के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने आईएएनएस को बताया कि अब तक आठ लोगों की मौत हुई है जबकि दो अभी भी पीडित बताए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मौत के कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा, लेकिन शराब पीने से ही मौत की आशंका व्यक्त की जा रही है.

इधर, मृतक के परिजन भी शराब पीने से मौत बता रहे हैं. मृतकों की उम्र 45 से 65 साल के बीच बताई जा रही है. इधर, घटना के बाद से ही क्षेत्र में अवैध शराब के खिलाफ अभियान प्रारंभ कर दिया गया है. शुभंकर ने बताया कि पूरे क्षेत्र में कांबिग ऑपरेशन चलाया जाएगा और कोई भी शराब का व्यापार करते पकड़ा जाएगा तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

इधर, अपुष्ट खबरों के मुताबिक शराब पीने से मरने वालों की संख्या 10 है. उल्लेखनीय है कि बिहार में अप्रैल 2016 से शराब की बिक्री ओर सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, हालांकि इस पर अमल को लेकर प्रारंभ से ही सवाल उठते रहे हैं.

पिछले साल दीपावली के आसपास भी राज्य के चार जिलों में शराब पीने से 40 से अधिक लोगों की मौत हुई थी. इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी को लेकर समीक्षा बैठक की थी, जिसमें शराबबंदी कानून को लागू करवाने को लेकर सख्ती बरतने का आदेश अधिकारियों को दिया था. मुख्यमंत्री भी शराब के खिलाफ जागरूकता पैदा करने के लिए समाज सुधार यात्रा के तहत विभिन्न जिलों का दौरा कर चुके हैं.