नई दिल्ली: पीएनबी बैंक को 13000 करोड़ रुपए की चपत लगाकर फरार हुए नीरव मोदी को तगड़ा झटका लगा है. अब वह अमेरिका में अपनी कोई भी सम्पत्ति नहीं बेच सकेगा. न्यूयॉर्क की एक बैंकरप्सी कोर्ट ने पीएनबी बैंक का अनुरोध स्वीकार कर लिया है जिसमें बैंक ने नीरव की सम्पत्ति पर अधिकार का दावा मांगा था.
इस फैसले के बाद नीरव मोदी की सभी सम्पत्ति पर पीएनबी का हक़ हो गया है. अब वहा की एक भी सम्पत्ति नीरव मोदी बिना पीएनबी के इजाजत के नही बेच सकेंगा. वही साथ ही कोर्ट ने नीरव मोदी और उसके साथियों को पूछताछ के लिए समन भी जारी किया है.
बैंक घोटाला मामले में मुंबई की धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) अदातल में नीरव मोदी और उनके साथियों के खिलाफ सुनवाई चल रही है. शुक्रवार को मुंबई की कोर्ट ने पीएनबी घोटाले मामले में सुनवाई करते हुए नीरव मोदी और दूसरे अन्य आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है. कोर्ट द्वारा जारी इस आदेश के बाद यह तय हो गया है कि नीरव मोदी को कोर्ट में पेश होना ही पड़ेगा. पेशी के दौरान कोर्ट उनसे कोर्ट फंड के परिवर्तन (डायवर्जन) और हेराफेरी से संबंधित कई सवाल पूछ सकती हैं.
पीएमएलए अदालत ने नीरव मोदी के साथ-साथ इनके सहयोगी मिहिर भंसाली, राखी भंसाली, अजय गांधी और कुणाल पटेल के खिलाफ भी गैर जमानती वारंट जारी किया है.
गौरतलब हो कि नीरव मोदी और उनके मामा मेहुल चौकसी और उनसे जुड़ी कंपनियों पर पीएनबी से 12,717 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है. घोटाले के बाद पाया गया कि उनका यह कारोबार अमेरिका, यूरोप, पश्चिम एशिया और भारत सहित कई देशों में फैला हुआ था. मामले का खुलासा होने के बाद गिरफ्तारी के डर से नीरव मोदी भारत से फरार हो गया है.