प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackery ) के बीच लंबी बातचीत हुई है. महाराष्ट्र में भारी बारिश (Heavy Rain, Maharashtra) की चलते बिगड़े हालातों पर प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे से राज्य की स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी केंद्र की ओर से महाराष्ट्र को हर संभव मदद का भरोसा दिया है. इसके साथ ही भारी बारिश और बाढ़ फंसे लोगों के सुरक्षित होने की कामना भी पीएम मोदी की.
बता दें कि भारी बारिश चलते मुंबई सहित राज्य के कई हिस्सों में रेल और सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है. लोगों को रेस्क्यू करने के लिए एनडीआरएफ की टीम सक्रिय है. वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी आपात बैठक बुलाकर बारिश के चलते बिगड़े हालातों और बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने संबंधित विभागों और एनडीआरएफ की टीम को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने और राहत तथा बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं.
PM Narendra Modi speaks to Maharashtra CM Uddhav Thackeray, discusses the situation in parts of the state in wake of heavy rainfall & flooding
"Assured all possible support from the Centre to mitigate the situation. Praying for everyone’s safety and well-being," the PM tweets pic.twitter.com/LLhvGoBE4a
— ANI (@ANI) July 22, 2021
वहीं महाराष्ट्र के पुणे जिले में गुरुवार को हुई भारी बारिश से कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ और ऊपरी गामी सेतु और सड़कें टूट गईं. इस बीच अच्छी बात ये रही कि इनमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. इस मामले में अधिकारियों ने बताया कि पुणे शहर के बाहरी इलाके में स्थित एक मुख्य बांध से पानी छोड़ा जा रहा है क्योंकि पिछले कुछ दिनों से मूसलाधार बारिश के कारण इसके जल ग्रहण वाले क्षेत्रों में भंडारण क्षमता 85 फीसदी तक भर चुकी है. यह भी पढ़ें: Maharashtra: महाराष्ट्र में भारी बारिश का कहर, पानी में डूबा चिपलून शहर, कल्याण-भिवंडी में भी जल सैलाब
महाराष्ट्र में भारी बारिश से नदियों उफान पर हैं. इसकी वजह से कोंकण रेलवे मार्ग पर ट्रेन सेवांए प्रभावित हुई और करीब छह हजार यात्री फंस गए.कोंकण रेलवे मार्ग प्रभावित होने की वजह से अब तक नौ रेलगाड़ियों का मार्ग परिवर्तन किया गया है या रद्द किया गया है या उनके मार्ग को छोटा किया गया है. इस मामले में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अधिकारियों को सतर्क रहने और नदियों के जलस्तर पर नजर रखने एवं लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए हैं.