Purvanchal Expressway: पीएम मोदी ने 341 किमी लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का किया उद्घाटन, यूपी के इन 9 जिलों के लिए खुले विकास के नए द्वार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (16 नवंबर) 341 किमी लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (Purvanchal Expressway) का उद्घाटन कर दिया. इस दौरान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदी पटेल भी मंच पर उपस्थित रहें.
लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने आज (16 नवंबर) 341 किमी लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (Purvanchal Expressway) का उद्घाटन कर दिया. इस दौरान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदी पटेल भी मंच पर उपस्थित रहें. इससे पहले पीएम मोदी को लेकर भारतीय वायु सेना का विमान सी-130जे सुपर हरक्यूलिस सुल्तानपुर के करवल खीरी में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर लैंड हुआ. यह परियोजना अपने साथ यूपी की आर्थिक और सामाजिक प्रगति के लिए कई लाभ लेकर आई है.
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लखनऊ से शुरू होकर गाजीपुर तक जाती है. इसका निर्माण 22,500 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया गया है. लड़ाकू विमानों को आपात स्थिति में उतारने की सुविधा के लिए एक्सप्रेस-वे पर 3.2 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी का निर्माण किया गया है.
अधिकारीयों ने बताया कि 3.2 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी पर विमानों की आपात लैंडिंग हो सकेगी. यह हवाई पट्टी आपात स्थिति में भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों को उतारने और उड़ान भरने के लिए निर्मित की गयी है. इसी हवाई पट्टी स्थल से आज प्रधानमंत्री मोदी सुखोई, मिराज समेत भारतीय वायुसेना के विभिन्न विमानों के ‘एयर शो’ देखेंगे.
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की लंबाई 341 किलोमीटर है. यह लखनऊ-सुल्तानपुर रोड (एनएच-731) पर स्थित गांव चौदसराय, जिला लखनऊ से शुरू होता है और यूपी-बिहार सीमा से 18 किमी पूर्व में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 पर स्थित गांव हैदरिया में समाप्त होता है. एक्सप्रेस-वे 6 लेन चौड़ा है, जिसे भविष्य में 8-लेन तक बढ़ाया जा सकता है.
लगभग 22,500 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से निर्मित, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से उत्तर प्रदेश के पूर्वी भाग, विशेष रूप से लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर जिलों के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास की दृष्टि से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की बहुत बड़ी भूमिका होगी. इस एक्सप्रेस वे पर आठ जगह औद्योगिक गलियारे की स्थापना भी की जाएगी जिसकी अधिसूचना जारी हो गई है. जुलाई 2018 में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.