कोरोना संकट: पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में किया लॉकडाउन 4.0 का जिक्र, राज्यों से 15 मई तक मांगे सुझाव
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "पहले चरण में लॉकडाउन के जिन कदमों की जरूरत थी, उनकी दूसरे चरण में नहीं थी, तीसरे चरण में जरूरी कदमों की चौथे चरण में आवश्यकता नहीं है." पीएम मोदी ने कहा, राज्य 15 मई तक अपने सुझाव भेजें. हम इस बात पर विचार कर रहे हैं कि कैसे और अधिक आर्थिक गतिविधियां चल सकती हैं.
लॉकडाउन के तीसरे चरण (Lockdown 3.0) के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संवाद किया. पीएम मोदी ने इस दौरान सभी मुख्यमंत्रियों से 17 मई के बाद लॉकडाउन की स्थिति को लेकर चर्चा की. इस बैठक में सभी मुख्यमंत्रियों ने पीएम के सामने अपनी बातें रखीं. यह बैठक करीब छह घंटे तक चली. इस दौरान कोरोना संकट और लॉकडाउन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई. बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि राज्यों के सुझावों के आधार पर ही आगे का रास्ता तय होगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "पहले चरण में लॉकडाउन के जिन कदमों की जरूरत थी, उनकी दूसरे चरण में नहीं थी, तीसरे चरण में जरूरी कदमों की चौथे चरण में आवश्यकता नहीं है."प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक के दौरान राज्यों से लॉकडाउन को लेकर अपने राज्य के लिए 15 मई तक एक व्यापक रणनीति बनाकर देने के लिए कहा है. पीएम मोदी ने कहा, राज्य 15 मई तक अपने सुझाव भेजें. हम इस बात पर विचार कर रहे हैं कि कैसे और अधिक आर्थिक गतिविधियां चल सकती हैं.
लॉकडाउन के चौथे चरण का जिक्र-
राज्यों से सुझाव के बाद तय होगी आगे की रणनीति
पीएम मोदी ने कहा आप सुझाव साझा करें कि आप में से प्रत्येक अपने राज्यों में लॉकडाउन से कैसे निपटना चाहता है. मैं चाहता हूं कि लॉकडाउन के क्रमिक सुगमता के दौरान और बाद में विभिन्न बारीकियों से निपटने के लिए राज्यों को एक ब्लू प्रिंट बनाना चाहिए.'' यह भी पढ़ें- मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग में पीएम मोदी बोले- भारत खुद को कोरोना संकट से बचाने में बहुत हद तक सफल हुआ है, हमें सुनिश्चित करना होगा कि ग्रामीण भारत इससे मुक्त रहे.
15 मई तक सुझाव दें राज्य-
प्रधानमंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था पर एक रोडमैप के लिए राज्यों द्वारा दिए गए सुझावों पर विचार किया गया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें यह समझना चाहिए कि COVID-19 ने विश्व को मौलिक रूप से बदल दिया है. पीएम ने कहा, कि अब COVID-19 के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रसार को रोकने का प्रयास किया जाना चाहिए.
पीएम मोदी ने दिया "जन सेवक जग तक" का नारा
पीएम मोदी ने कहा कि जीवन का नया तरीका "जन सेवक जग तक" के सिद्धांत पर एक व्यक्ति से लेकर पूरी मानवता तक होगा. उन्होंने कहा कि हम सभी को नई वास्तविकता की योजना बनानी चाहिए. पीएम मोदी ने कहा, "भले ही हम लगातार लॉकडाउन की क्रमिक वापसी देख रहे हैं, हमें लगातार याद रखना चाहिए कि जब तक हम एक टीका या समाधान नहीं ढूंढते हैं, तब तक वायरस से लड़ने के लिए हमारे साथ सबसे बड़ा हथियार सामाजिक दूरी है.'' प्रधानमंत्री ने कहा कि वे आशावादी बने हुए हैं, "सामूहिक संकल्प भारत को COVID-19 के खिलाफ लड़ाई में जीत दिलाएगा."