जयपुर, 21 फरवरी : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए सबसे पुरानी पार्टी पर देश में भाई-भतीजावाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया. मंगलवार को जयपुर में एक प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने नरेंद्र मोदी की भी प्रशंसा की और कहा कि प्रधानमंत्री, जिन्होंने पिछले 10 वर्षों में कई कठिन कार्य पूरे किए, अब यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं कि भारत 2047 तक दुनिया का शीर्ष देश बने. “(पीएम) मोदी का एक ही लक्ष्य है कि भारत को दुनिया के शीर्ष पर देखना है. हालांकि, सात पार्टियों के 'गठबंधन' के नेता अपने बेटों और भतीजों को ही पीएम और सीएम देखना चाहते हैं.“
“सोनिया गांधी का लक्ष्य अपने बेटे (राहुल गांधी) को पीएम के रूप में देखना है, उद्धव ठाकरे अपने बेटे (आदित्य ठाकरे) को सीएम के रूप में देखना चाहते हैं, लालू प्रसाद भी अपने बेटे (तेजस्वी यादव) को सीएम के रूप में देखना चाहते हैं, जबकि मायावती अपने भतीजे (आकाश आनंद) को सीएम के रूप में देखना चाहती हैं. शाह ने सभा में मौजूद लोगों से पूछा, "क्या ऐसे लोग जो अपने बेटों और रिश्तेदारों को पीएम और सीएम के रूप में देखने का सपना देखते हैं, राष्ट्र निर्माण में मदद कर सकते हैं?" सभा ने जोर से जवाब दिया : "नहीं." यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री ने बरहामपुर में आईआईएसईआर का नया परिसर राष्ट्र को समर्पित किया
शाह ने कहा, "ऐसे नेता केवल अपने परिवारों को लाभ पहुंचाना चाहते हैं, जबकि भाजपा चाहती है कि भारत को लाभ हो." शाह ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल को याद करते हुए कहा, ''एक समय था, जब लोग भारत में घुसकर विस्फोट करते थे. आप लोगों ने 2014 में पीएम मोदी को चुना था. इस सरकार ने 2019 में पुलवामा हमले के बाद 10 दिनों के भीतर सर्जिकल स्ट्राइक की थी. इससे पहले, केवल दो देश ऐसे थे जो सीमा पार करके दुश्मन देश पर हमले करने के लिए जाने जाते थे - अमेरिका और इजराइल. लेकिन अब भारत इस सूची में शामिल हो गया है.”
यह कहते हुए कि पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने का मार्ग प्रशस्त किया है, शाह ने कहा कि आज कश्मीर में तिरंगा गर्व के साथ फहराया जाता है और वहां 30 साल बाद सिनेमा हॉल चालू हो गए हैं. शाह ने सभा में कहा, "प्रधानमंत्री ने अनुच्छेद 370 को हटा दिया है, इसलिए अब आपको उन्हें 370 सीटों का आशीर्वाद देना चाहिए." केंद्रीय मंत्री ने लोकतंत्र के लिए चार खतरों - भाई-भतीजावाद, तुष्टिकरण, भ्रष्टाचार और जातिवाद का भी जिक्र किया.
शाह बोले, "पीएम मोदी ने पिछले 10 वर्षों में भाई-भतीजावाद, तुष्टिकरण और भ्रष्टाचार को खत्म कर दिया है, जबकि जातिवाद को भी खत्म किया जा रहा है. अब विपक्ष, इंडिया ब्लॉक बनाने के बावजूद, अनजान और दिशाहीन है." उन्होंने कहा, "भारत 2047 तक दुनिया में शीर्ष पर होगा. पीएम मोदी ने असंभव को संभव कर दिखाया है, वह भी केवल 10 वर्षों में. लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं... एक तरफ देशभक्ति से भरी भाजपा है और दूसरी तरफ यह 'घमंडिया' गठबंधन (गठबंधन) है. कोई भी इस गठबंधन का नेतृत्व नहीं करना चाहता. देश ने पहले ही पीएम मोदी को 400 सीटों के साथ जिताने का फैसला कर लिया है.''
गृहमंत्री ने यह भी कहा कि कांग्रेस सरकार के हर काम पर आपत्ति जताती है. उन्होंने कहा, “हमने राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ कर दिया, लेकिन उन्होंने इसे रोकने की कोशिश की. हमने नया संसद भवन बनाया, जिस पर उन्होंने आपत्ति जताई. हमने केदारनाथ और बद्रीनाथ मंदिर को पुनर्जीवित किया, लेकिन उन्होंने विरोध किया. हमने महाकाल लोक बनाया, लेकिन उन्होंने फिर विरोध किया. जब राम मंदिर का उद्घाटन हुआ, तो उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा समारोह का बहिष्कार किया.”
शाह ने कहा, “हम अपनी संस्कृति और विरासत का सम्मान करने के लिए जो कुछ भी करते हैं, वे उसका विरोध करते हैं. जिनकी उत्पत्ति इटली में है, वे भारत की परंपराओं का सम्मान नहीं कर सकते.” गृहमंत्री ने यह भी कहा कि 2004 से 2014 तक कांग्रेस ने एक काम अच्छा किया कि उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था की रैंकिंग गिरने नहीं दी. उन्होंने कहा, "अटल जी के नेतृत्व में भारत 11वें नंबर की अर्थव्यवस्था बन गया. मनमोहन सिंह की सरकार 10 साल तक चली. एक काम जो उन्होंने अच्छा किया वह यह कि उन्होंने भारत को 11वें से 12वें स्थान पर नहीं खिसकने दिया. 10 साल तक भारत की स्थिति स्थिर रही. इसके बाद मोदी ने 10 साल में भारतीय अर्थव्यवस्था को तीसरे स्थान पर पहुंचा दिया."
शाह ने कहा, “कई बार मैं ऑफ द रिकॉर्ड अपने कांग्रेस मित्रों से पूछता हूं, 'आपका लक्ष्य क्या है', और वे चुप रह जाते हैं. जब मैं पूछता हूं कि 'आप किसी अच्छी बात का समर्थन क्यों नहीं करते' तो वे फिर चुप हो जाते हैं. जब मैं पूछता हूं कि 'आप बार-बार चुप क्यों हो जाते हैं', फिर भी वे चुप रहते हैं.“ इससे पहले मंगलवार सुबह शाह ने बीकानेर में चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक की अध्यक्षता की, जहां से उन्होंने लोकसभा चुनाव के लिए बिगुल फूंका. पार्टी कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए शाह ने आगामी लोकसभा चुनावों में 400 सीटें जीतने के पार्टी के लक्ष्य को हासिल करने के लिए रणनीतियों को साझा किया. सभा में मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और आसपास के निर्वाचन क्षेत्रों के अन्य वरिष्ठ नेता शामिल थे.
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से यह सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया कि भाजपा राजस्थान की सभी 25 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करे. शाह ने लोकसभा सीटों के लिए तीनों प्रभारी मंत्रियों को जल्द से जल्द बूथ स्तर की समितियां बनाने का निर्देश दिया. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, ''आपको कड़ी मेहनत करनी होगी...मैं आपको आधी रात को भी फोन करूंगा.'' शाह ने कहा, ''(राजस्थान में) भाजपा सरकार बने तीन महीने हो गए हैं और काम जमीन पर दिखना चाहिए.'' बाद में गृहमंत्री ने उदयपुर का दौरा किया, जहां उन्होंने लोकसभा चुनाव में 400 से अधिक सीटें जीतने के पार्टी के लक्ष्य को दोहराया.