पटना, 9 जनवरी : बिहार (Bihar) अति पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व सदस्य प्रमोद सिंह चंद्रवंशी ने अक्टूबर 2013 में पटना के गांधी मैदान में हुए बम विस्फोट मामले की उच्चस्तरीय जांच कराकर गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के सुरक्षा प्रबंध में चूकने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की है. चंद्रवंशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को लिखे पत्र को पत्रकारों से साझा करते हुए कहा कि गांधी मैदान विस्फोट की घटना के लिए लापरवाह अधिकारियों पर अब तक कार्रवाई नहीं की गई है.
पत्र में 27 अक्टूबर 2013 को गांधी मैदान में हुए बम विस्फोट की उच्चस्तरीय जांच करवाकर तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी के सुरक्ष प्रबंध में चूक करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है. पत्र में उन्होंने कहा कि घटना के बाद भारत सरकार के कुछ अधिकारी यहां जरूर आए और आनन फानन में जांच की औपचारिकता निभा कर सुरक्षा प्रबंध में जानबूझाकर ढील देने वाले अधिकारियों को क्लीनचिट देकर चले गए. यह भी पढ़ें : Bihar Cabinet Expansion: बिहार में ‘खरमास’ के बाद नीतीश मंत्रिमंडल विस्तार की उम्मीद, विपक्ष को देंगे जवाब
जदयू के टिकट पर ओबरा से दो बार चुनाव लड़ चुके चंद्रवंशी ने पत्र में आरोप लगाया है कि उस समय में केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी. पत्र में आरोप लगाया है कि, "उस घटना में नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश थी, जिसमें सारी खुफिया सूचनाओं के बाद भी सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध नहीं किए गए थे." पत्र में कहा गया है कि भाजपा की इस 'जन आक्रोश रैली' में बम विस्फोट की घटना में कई लोग हताहत हुए थे.