पशुपति पारस ने दही-चूड़ा के लिए कई नेताओं को किया आमंत्रित, बोले- चुनावी साल में समीकरण बदलेगा
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) की अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने मकर संक्रांति के अवसर पर लालू प्रसाद यादव के परिवार को अपने आवास पर आमंत्रित किया. न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में उन्होंने चुनावी साल में बिहार के राजनीतिक समीकरण बदलने का संकेत दिया.
नई दिल्ली, 15 जनवरी : राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) की अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने मकर संक्रांति के अवसर पर लालू प्रसाद यादव के परिवार को अपने आवास पर आमंत्रित किया. न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में उन्होंने चुनावी साल में बिहार के राजनीतिक समीकरण बदलने का संकेत दिया.
मकर संक्रांति को ध्यान में रखकर पशुपति पारस ने दही-चूड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया. इस दौरान उन्होंने कहा, "मैंने सभी दल के लोगों को निमंत्रण दिया है. उसमें आरजेडी, कांग्रेस, भाजपा, कम्युनिस्ट और कई छोटे दल शामिल हैं. सुबह से ही लोग आ रहे हैं. मंगलवार देर शाम मैं आरजेडी प्रमुख लालू यादव के घर गया था. पूरे परिवार के लोगों से मेरी मुलाकात हुई. सभी को मैंने निमंत्रण दिया. उन्होंने हमारे यहां आने का आश्वासन दिया." यह भी पढ़ें : Delhi Elections 2025: आम आदमी पार्टी के दफ्तर से पदयात्रा कर नामांकन करने पहुंचे अरविंद केजरीवाल
खुद की पार्टी को एनडीए का हिस्सा मानने के सवाल पर पशुपति पारस ने कहा कि "राजनीति में कुछ भी कहना मुश्किल है. सभी को मैं समय का इंतजार करने के लिए कहता हूं. मैं पहले एनडीए में था, लेकिन एनडीए के लोगों ने मेरे साथ नाइंसाफी की. पूरे भारत के लोगों को पता है कि हमारा कहीं भी दोष नहीं था, लेकिन इसके बावजूद एनडीए ने हमारे पांच सांसदों को टिकट नहीं दिया और उन्हें वंचित किया. फिर भी मैं राष्ट्रहित में एनडीए के साथ रहा. लोकसभा चुनाव में पूरी ईमानदारी से एनडीए का साथ दिया."
उन्होंने कहा, "बिहार में अभी परिस्थिति कुछ और है, एनडीए हमारे दल को अपने घटकों में शामिल नहीं कर रहा है. बिहार में पांच ही राजनीतिक दल हैं, छठे दल में हमारी गिनती नहीं हो रही है. लोगों को भविष्य का इंतजार करना चाहिए. चुनावी साल है, जिसके कारण बिहार में नया समीकरण देखने को मिलेगा, लेकिन क्या समीकरण होगा, ये किसी को नहीं पता."