Parliament Monsoon Session: संसद सत्र से पहले कोरोना पर बोले पीएम मोदी- जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं
देश में कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच संसद का मॉनसून सत्र आज (14 सितंबर) से शुरू हो रहा है. संसद सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सभी को कोरोना वायरस को मात देने के लिए गाइडलाइंस का पालन करना हैं. इस घातक वायरस का जब तक इलाज नहीं खोजा जाता है तब तक किसी तरह की ढिलाई नहीं बरतनी है.
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रकोप के बीच संसद (Parliament) का मॉनसून सत्र (Monsoon Session 2020) आज (14 सितंबर) से शुरू हो रहा है. संसद सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने कहा कि सभी को कोरोना वायरस को मात देने के लिए गाइडलाइंस का पालन करना हैं. इस घातक वायरस का जब तक इलाज नहीं खोजा जाता है तब तक किसी तरह की ढिलाई नहीं बरतनी है. इस दौरान उन्होंने सभी सांसदों को बधाई देते हुए कहा कि कोरोना में भी कर्तव्य का पालन करना है.
संसद के बाहर मीडिया से बातचीत करते हुए पीएम मोदी ने कहा “एक विशिष्ट वातावरण में संसद का सत्र आज प्रारंभ हो रहा है. कोरोना भी है, कर्तव्य भी है और सभी सांसदों ने कर्तव्य का रास्ता चुना है. मैं सभी सांसदों को अभिनंदन और धन्यवाद करता हूं. इस सत्र में कई महत्वपूर्ण निर्णय होंगे, अनेक विषयों पर चर्चा होगी.”
उन्होंने आगे कहा “जब तक दवाई नहीं तब तक कोई ढिलाई नहीं. हम चाहते हैं कि दुनिया के किसी भी कोने से जल्द से जल्द एक वैक्सीन विकसित हो, हमारे वैज्ञानिक सफल हों और हम सभी को इस समस्या से बाहर लाने में सफल हों.” चीन से पूर्वी लद्दाख में तनाव पर प्रधानमंत्री ने कहा “मुझे विश्वास है कि संसद के सभी सदस्य स्पष्ट संदेश देंगे कि देश हमारे सैनिकों के साथ खड़ा है.”
उल्लखनीय है कि सत्रहवीं लोकसभा का चौथा सत्र और राज्य सभा का 252वां सत्र आज से बुलाया गया है. एक अक्टूबर तक चलने वाले इस सत्र की 18 बैठकों में सरकार 47 प्रस्ताव पेश करेगी. जबकि अध्यादेशों के बदले ग्यारह विधेयक भी मोदी सरकार की तरफ से संसद के समक्ष लाए जाएंगे. अठारह दिन के इस सत्र में कुल अठारह बैठकें होंगी (इस दौरान सभी शनिवार और रविवार कार्य दिवस होंगे) और मॉनसून सत्र-2020 के दौरान कुल 47 विषय कार्यसूची के लिए तय किये गए हैं. इनमें 45 विधेयक और 02 वित्त विषय शामिल हैं.
कोविड-19 महामारी के समय में संसद का यह पहला सत्र है. इसलिए, संसद सत्र के दौरान कोविड-19 के दिशा-निर्देशों के तहत सुरक्षा के सभी प्रबंध किए गए हैं. संसद के हर सदन में प्रतिदिन चार घंटे के सत्र होंगे. राज्यसभा का सत्र सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक और लोकसभा का सत्र अपरान्ह तीन बजे से शाम सात बजे तक होगा. लेकिन सत्र के पहले दिन लोकसभा की बैठक सुबह के सत्र में होगी. सत्र के दौरान संसद सदस्यों की बैठक व्यवस्था में सुरक्षित दूरी बनाये रखी जाएगी. सदस्य संसद दोनों सदनों के कक्षों और दीर्घाओं में बैठेंगे. सांसदों की उपस्थिति के पंजीकरण के लिए मोबाइल ऐप की शुरुआत की गई है. संसद सदस्यों की कुर्सियों के बीच पॉली-कार्बन शीट लगाई गयी हैं. सत्र में शून्य काल के दौरान गैर-तारांकित प्रश्नों को सदन की मेजों पर रखा जाएगा.