Panchayat Election Violence: पुरुलिया में तृणमूल नेता की गोली मारकर हत्या, बॉडीगार्ड का इलाज अस्पताल में जारी

तृणमूल के राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि चौबे की हत्या से साबित होता है कि सत्तारूढ़ दल नहीं, बल्कि विपक्षी ताकतें, खासकर भाजपा पंचायत चुनावों को लेकर तनाव पैदा करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि पुलिस जल्द से जल्द हत्यारों का पता लगाएगी और आवश्यक कार्रवाई करेगी."

Dead | Photo: PTI

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के आद्रा में गुरुवार शाम पार्टी कार्यालय के अंदर एक तृणमूल कांग्रेस नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई. राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने राज्य में 8 जुलाई को होने वाले पंचायत चुनाव से पहले हुए खून-खराबे के लिए राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) को जिम्मेदार ठहराया. रात करीब 8.30 बजे गुरुवार को जब तृणमूल के आद्रा नगर अध्यक्ष धनंजय चौबे अपने सहयोगियों के साथ पार्टी कार्यालय में बैठे थे, तभी तीन अज्ञात व्यक्ति मोटरसाइकिल से वहां पहुंचे और चौबे को करीब से गोली मार दी. गोलीबारी में चौबे का अंगरक्षक शेखर दास भी घायल हो गया.

अत्यधिक खून से लथपथ चौबे को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. उनके बॉडीगार्ड का इलाज उसी अस्पताल में चल रहा है. Amit Shah On UPA Government: अमित शाह ने यूपीए सरकार पर साधा निशाना, कहा- 10 साल के शासनकाल में 12 लाख करोड़ का भ्रष्टाचार हुआ

तृणमूल के राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि चौबे की हत्या से साबित होता है कि सत्तारूढ़ दल नहीं, बल्कि विपक्षी ताकतें, खासकर भाजपा पंचायत चुनावों को लेकर तनाव पैदा करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि पुलिस जल्द से जल्द हत्यारों का पता लगाएगी और आवश्यक कार्रवाई करेगी."

उधर, भाजपा सांसद दिलीप घोष ने दावा किया कि यह पुलिस की विफलता है कि वह पंचायत चुनाव को लेकर बढ़ती हिंसा पर अंकुश नहीं लगा पा रही है. घोष ने कहा, "राज्य प्रशासन वास्तव में आपराधिक तत्वों को नियंत्रित करने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं, क्योंकि तृणमूल कैडर तनाव पैदा कर रहे हैं और हिंसा में लिप्त हैं."

Share Now

\