चंडीगढ़. पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (पीएसजीपीसी) के महासचिव पद से अनौपचारिक रूप से हटाए गए खालिस्तान समर्थक नेता गोपाल सिंह चावला ने कहा है कि 'पाकिस्तान ने उनके साथ कुत्ते से भी बदतर व्यवहार किया.' सोशल मीडिया पर एक वीडियो में उन्हें यह कहते सुना जा सकता है कि 'पाकिस्तान ने हमें कुत्ता भी नहीं समझा. वीडियो में वह कहते सुनाई दे रहे हैं कि उनके द्वारा किए गए सभी बलिदान के बावजूद उन्हें समिति से निकाल दिया गया.
उन्होंने कहा, "हम मानते हैं कि यह एक नीति का हिस्सा है, लेकिन कम से कम इस फैसले की घोषणा करने से पहले पीएसजीपीसी के सदस्यों की एक बैठक बुलाई जा सकती थी. किसी ने हमारी राय नहीं पूछी. हमारे साथ कुत्तों जैसा व्यवहार किया गया." यह भी पढ़े-भारत की सख्ती के आगे झुका PAK, खालिस्तान समर्थक गोपाल चावला को करतारपुर कमेटी से हटाया
भारत के आग्रह पर पाकिस्तान ने चावला को करतारपुर कॉरिडोर से जुड़ी एक समिति से हटा दिया. ऐसा दोनों तरफ के अधिकारियों के बीच 14 जुलाई की बैठक से पहले किया गया.
पाकिस्तान सरकार ने 10 सदस्यों की एक नई पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की घोषणा की. इसमें चावला नहीं हैं। ऐसा भारत की आपत्ति के बाद किया गया. हालांकि, पीएसजीपीसी ने एक अन्य खालिस्तान समर्थक नेता अमीर सिंह को समिति में शामिल किया.
भारत ने पीएसजीपीसी में खालिस्तान समर्थक तत्वों की मौजूदगी को लेकर आपत्ति जताई थी. पीएसजीपीसी करतारपुर कॉरिडोर की गतिविधियों का समन्वय करेगी. इसमें भारत के सिख तीर्थयात्रियों का पाकिस्तान के नारोवाल से आवागमन शामिल है.