इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) की इमरान खान (Imran Khan) सरकार पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में हो रहे विरोध-प्रदर्शनों से बुरी तरह से घबरा गई है. यहां तक कि पीओके में जाकर सच दिखाने वाले पत्रकारों को भी नहीं बख्शा जा रहा है. सच छुपाने के लिए पाकिस्तान की सेना पत्रकारों पर बल प्रयोग कर रही ही. बताया जा रहा है मंगलवार को पीओके में हुए ऐसे ही एक प्रदर्शन के दौरान पाकिस्तानी सेना ने पत्रकारों पर हमला बोल दिया. इस घटना के विरोध में बुधवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में पत्रकारों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने इमरान सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे पत्रकारों का वीडियो साझा किया है. यह वीडियो मंगलवार का बताया जा रहा है. जहां पीओके में कई पत्रकारों ने सुरक्षाबलों के हमले के विरोध में मुजफ्फराबाद प्रेस क्लब के बाहर प्रदर्शन किया. इस दौरान पाकिस्तानी पत्रकारों ने अपनी सेना के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.
#WATCH: Journalists in Pakistan occupied Kashmir (PoK) protest against Pakistani security forces outside Muzaffarabad Press Club. Yesterday several journalists in PoK were attacked by security forces. pic.twitter.com/ELnQCuQr4S
— ANI (@ANI) October 23, 2019
गौरतलब हो कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान सरकार दोहरे संकट से जूझ रही है. एक तरफ पीओके में स्वतंत्रा की मांग तेज हो गई है. तो वहीं दूसरी ओर इमरान खान को पद से हटाने की मांग के साथ प्रस्तावित जमीयते उलेमाए इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के आजादी मार्च व धरने को रोकने में नाकाम रही है. पाकिस्तान में अलग-अलग हिस्सों में गिरफ्तारियां जारी है.
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक 31 अक्टूबर को होने वाले मार्च व इस्लामाबाद में धरने को रोकने के लिए अभी ही से कुछ रास्तों पर कंटेनर लगा दिया गया है और अतिरिक्त पुलिस बल इस्लामाबाद और आसपास तैनात कर दिए गए हैं. जेयूआई-एफ प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान के नेतृत्व में होने वाले मार्च को रोकने के लिए इमरान खान अपनी सेना के साथ मिलकर पूरा दम लगा रहे है.