ISI और खालिस्तानी आतंकी ड्रोन के जरिए भारत में पहुंचा रहे है हथियार, सेना ने कहा देखते ही उड़ा दो

सीमा पर घुसपैठ की कोशिश कराने में नाकाम रहने पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) और खालिस्तानी आतंकी अब ड्रोन का सहारा ले रहे है. भारत में आतंकी हमलें कराने के लिए सीमा पार से ड्रोन के जरिए हथियार और गोला-बारूद भेजा जा रहा है.

ड्रोन (Photo Credits: Pixabay)

चंडीगढ़: सीमा पर घुसपैठ की कोशिश कराने में नाकाम रहने पर पाकिस्तान (Pakistan) की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) और खालिस्तानी आतंकी अब ड्रोन का सहारा ले रहे है. भारत में आतंकी हमलें कराने के लिए सीमा पार से ड्रोन के जरिए हथियार और गोला-बारूद भेजा जा रहा है. इस आतंकी मॉड्यूल का पंजाब पुलिस ने भंडाफोड़ कर अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक कुल 80 किलोग्राम हथियार के साथ कम से कम आठ ड्रोन 9 से 16 सितंबर के बीच पकड़े गए है. सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि यह ड्रोन पाकिस्तान में रह रहे खालिस्तानी आतंकी समूहों द्वारा पंजाब में सीमा पार से भेजा गया था. पूरी खेप खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) नेटवर्क का उपयोग करते हुए जम्मू और कश्मीर में आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए लाया जा रहा था. इस घिनौनी साजिश में पाकिस्तान की जासूस एजेंसी भी शामिल है.

ड्रोन द्वारा हथियार गिराने के मामले में पंजाब पुलिस ने अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक 22 वर्षीय युवक भी शामिल है. पुलिस ने रविवार को बताया कि छापेमारी में उसे पांच एके-47 राइफल, पिस्तौल, सैटेलाइट फोन और हथगोले समेत भारी परिमाण में हथियार बरामद हुआ है.

मामलें का अंतर्राष्ट्रीय संबंध और साजिश रचने वाली शाखांए होने के कारण पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मामले में आगे की जांच नेशनल इनवेस्टिंग एजेंसी (एनआईए) को सौंपने का फैसला लिया है, ताकि पूरी साजिश को जल्द फर्दाफाश किया जा सके. शुरुआती जांच में सीमापार से हथियारों और कम्यूनिकेशन हार्डवेयर की डिलीवरी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किए जाने का खुलासा हुआ है.

ड्रोन गतिविधि पंजाब के अमृतसर और फिरोजपुर जिले में देखी गई है. इस पूरे मामलें की जांच पंजाब पुलिस, केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां, सीमा सुरक्षा बल (BSF) और भारतीय वायु सेना कर रही है. वायुसेना और BSF ने पंजाब पुलिस को इन ड्रोन को राडार के माध्यम से रोककर उन्हें नष्ट करने के लिए कहा है. अधिकारियों को डर है कि ड्रोन के जरिए बमों को भी गिराया जा सकता है.

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