नई दिल्ली: पाकिस्तान (Pakistan) अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) ने कहा कि पाकिस्तान सीमा पर युद्धविराम का पालन तो कर रहा है, लेकिन भारत में माहौल खराब करने के लिए एलओसी (LOC) के उस पार से हथियारों की सप्लाई अभी भी कर रहा है. UN में फिर गरजा भारत, कहा- पाकिस्तान को आतंकवाद को प्रश्रय देने का जिम्मेदार ठहराने का वक्त आ गया है
भारत के प्रथम रक्षा प्रमुख (सीओडीएस) बिपिन रावत ने मंगलवार को कहा कि नियंत्रण रेखा (Line of Control) पर अब तक संघर्षविराम (Ceasefire) जारी है, लेकिन सीमा पार से ड्रोन की मदद से हथियारों (Infiltration) और ड्रग्स (Drugs) की घुसपैठ कराई जा रही है, जिससे भारत की आंतरिक शांति प्रक्रिया बाधित हो रही है.
जनरल रावत ने एक इंटरव्यू में न्यूज़ एजेंसी एएनआई को बताया कि युद्धविराम का मतलब यह नहीं है कि सीमाओं पर युद्धविराम, लेकिन साथ ही अंदरूनी इलाकों में परेशानी पैदा की जाए. उन्होंने कहा “एलओसी पर अब तक संघर्षविराम जारी है, जो एक सकारात्मक संकेत है. साथ ही, हम ड्रोन का उपयोग करके हथियारों और गोला-बारूद की घुसपैठ भी देख रहे हैं. यह शांति बहाली के लिए अच्छा नहीं है क्योंकि ये ड्रग्स और हथियार आंतरिक शांति प्रक्रिया को बाधित कर रहे है.”
उन्होंने कहा "अगर आंतरिक शांति प्रक्रिया बाधित होती है, तो हम वास्तव में यह नहीं कह सकते कि युद्धविराम का पालन हो रहा है. हम पूरे जम्मू-कश्मीर में शांति चाहते हैं.
भारत और पाकिस्तान ने इस साल फरवरी में नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अन्य सभी क्षेत्रों को लेकर हुए समझौतों और संघर्ष विराम का कड़ाई से पालन करने पर सहमति व्यक्त की थी. रक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार, भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियानों के महानिदेशकों (डीजीएमओ) ने हॉटलाइन संपर्क के स्थापित तंत्र के बारे में विचार-विमर्श किया. दोनों पक्षों ने नियंत्रण रेखा और अन्य सभी क्षेत्रों में एक खुले, स्पष्ट और सौहार्दपूर्ण वातावरण में स्थिति की समीक्षा की.
बयान में कहा गया “दोनों देशों की सीमाओं के साथ-साथ पारस्परिक रूप से लाभदायक और स्थायी शांति के लिए दोनों डीजीएमओ एक-दूसरे के उन प्रमुख मुद्दों और चिंताओं के बारे में चर्चा करने पर सहमत हुए जिनमें शांति को भंग करने और हिंसा को बढ़ावा देने की प्रवृत्ति है. दोनों पक्षों ने सभी अनुबंधों और समझौतों का कड़ाई से पालन करने और 24/25 फरवरी 2021 की मध्यरात्रि से नियंत्रण रेखा और अन्य सभी क्षेत्रों में युद्धविराम का पालन करने पर सहमति व्यक्त की.”
इस दौरान दोनों पक्षों ने यह दोहराया कि हॉटलाइन संपर्क के मौजूदा तंत्र और सीमा पर फ्लैग बैठकों का किसी अप्रत्याशित स्थिति या गलतफहमी का समाधान करने में उपयोग किया जाएगा.