भारत के बिना नहीं चल सका पाकिस्तान का काम, महंगाई से बेहाल होकर दे दी व्यापार करने की मंजूरी, बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद से था बंद
पाकिस्तान की इकॉनोमिक कॉर्डिनेशन कमेटी ने आखिरकार महंगाई से बेहाल होकर भारत के साथ व्यापार करने की मंजूरी दे दी है. पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने व्यापारिक रिश्तें फरवरी 2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद रोक दिए थे.
इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) की इकॉनोमिक कॉर्डिनेशन कमेटी ने आखिरकार महंगाई से बेहाल होकर भारत के साथ चीनी, कपास और यार्न का व्यापार करने की मंजूरी दे दी है. पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने व्यापारिक रिश्तें फरवरी 2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद रोक दिए थे. हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में कपड़ा मंत्रालय ने देश के कपड़ा क्षेत्र में कच्चे माल की कमी को पूरा करने के लिए भारत से कपास के आयात पर प्रतिबंध हटाने की सिफारिश की थी. पाकिस्तानी आतंकवादी को भारत में हमलों की साजिश रचने के लिए 10 साल की जेल की सजा
द डॉन न्यूज ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि कपड़ा उद्योग मंत्रालय ने भारत से कपास और सूती धागे के आयात पर प्रतिबंध हटाने के लिए कैबिनेट की ईसीसी (Economic Coordination Council) से अनुमति मांगी है. जिस पर आज मुहर लग गई. दरअसल पाकिस्तान में कपास की कम पैदावार की वजह से भारत से कपास आयात करना पाकिस्तान की मजबूरी बन गई थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक अब पाकिस्तान जून 2021 तक भारत से कपास का आयात शुरू करेगा.
कपास और यार्न की कमी के कारण, पाकिस्तान में मैन्युफैक्चरर को संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्राजील और उजबेकिस्तान से कपास का आयात करने के लिए विवश होना पड़ा था, जिस वजह से लागत बहुत बढ़ गया था. भारत से कपास का आयात पाकिस्तान के व्यापारियों को बहुत सस्ता पड़ता है. जबकि यह तीन से चार दिनों के भीतर पाकिस्तान पहुंच जाता है, वहीँ बाकी देशों से कपास धागे का आयात करना न केवल महंगा है, बल्कि पाकिस्तान तक पहुंचने में एक से दो महीने का समय भी लगता है.
उल्लेखनीय है कि भारत और पाकिस्तान की सेनाओं ने बीते 25 फरवरी को घोषणा की थी कि वे जम्मू-कश्मीर और अन्य सेक्टरों में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम को लेकर हुए सभी समझौतों की कड़ाई से पालन करने पर राजी हुए हैं. जिस वजह से हाल में भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम हुआ है. (एजेंसी इनपुट के साथ)