नई दिल्ली: मुंबई आतंकी हमला हो या फिर भारत पर हुए अन्य आतंकी हमला. हमले के बाद यह साबित हो चुका होता है कि इसके पीछे पाकिस्तान (Pakistan) का ही हाथ है. लेकिन हर बार वह झूठ बोलता है कि हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ नहीं है. उसे बदनाम करने के लिए भारत में जो भी हमला होता है बिना जांच किए ही पाकिस्तान पर झूठा आरोप मढ़ दिया जाता है. झूठ में महारथ हासिल कर चुका पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama terror attack) के बारे में भी कुछ इसी तरफ से भारत के आरोपों को इंकार किया है.
दरसल पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद की स्थिति के बारे में रविवार को अफ्रीकी और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) देशों के राजदूतों को जानकारी दी. दरअसल, आतंकवाद को एक राजकीय नीति के तौर पर इस्तेमाल करने में पाकिस्तान की भूमिका को उजागर करने के लिए भारत ने शुक्रवार को दिल्ली में ‘‘पी 5’’ राष्ट्रों समेत 25 देशों के राजदूतों को इस बारे में जानकारी दी थी. यह भी पढ़े: पुलवामा आतंकी हमला: शहीद के अंतिम संस्कार में देरी पर विपक्ष ने सरकार को घेरा
आक्रामक रूख भारत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है : पाक
पी 5 देशों में अमेरिका, चीन, रूस, ब्रिटेन और फ्रांस शामिल हैं. पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने इस बैठक के बाद रविवार को कहा कि विदेश सचिव तहमीना जनजुआ ने पुलवामा हमले के बारे में विदेश मंत्रालय में राजदूतों को जानकारी दे रहे हैं. फैसल ने कहा कि भारत के आरोप बेबुनियाद हैं और नई दिल्ली का ‘आक्रामक रूख उसके लिए ही नुकसानदेह साबित होगा और क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा पैदा करेगा.’
पाकिस्तान पर दोष मढ़ने की भारत की आदत
मोहम्मद फैसल ने कहा कि एससीओ राष्ट्रों को पुलवामा हमले के बारे में जानकारी देने के दौरान विदेश सचिव ने ऐसी घटनाओं पर बगैर जांच के फौरन पाकिस्तान पर दोष मढ़ने की भारत की प्रवृत्ति की याद दिलाई. बता दें कि भारत और पाकिस्तान 2017 में एससीओ के सदस्य बने थे.
बता दें कि गुरुवार को जम्मू- कश्मीर के पुलवामा में सी आरपीएफ (CRPF) की चलती बस पर आतंकियों ने आत्म घाटी हमला किया. जिस हमले में चालीस जवान शहीद हो गए. इस हमले के पीछे पाकिस्तान का नाम आ रहा है. लेकिन वह इंकार कर रहा है कि उसे बदनाम करने के लिए बिना जांच के ही भारत उसके ऊपर झूठा आरोप मध् रहा है.