नयी दिल्ली, 24 अप्रैल : कोविड-19 संक्रमण (Covid-19 Infection) के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच कई राज्यों में चिकित्सीय ऑक्सीजन की कमी के मद्देनजर केंद्र सरकार सिंगापुर (Central Government Singapore) और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से ऑक्सीजन ले जाने में सक्षम उच्च क्षमता वाले टैंकर आयात करने के लिए वार्ता कर रही है और उसने राज्यों को बंद हो चुके संयंत्रों को ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने के लिए फिर से चालू करने का निर्देश दिया. गृह मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश में कोरोना वायरस संबंधी हालात की समीक्षा की, जिसके बाद यह कदम उठाया गया.
केंद्र ने अलग-अलग लिखे पत्रों में सभी राज्यों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने अधिकार क्षेत्रों में ऑक्सीजन उत्पादन करने वाले संयंत्रों की सूची तैयार करें और ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति एवं आवागमन सुनिश्चित करें. बयान में कहा गया कि चिकित्सकीय ऑक्सीजन के आवागमन के लिए अतिरिक्त टैंकर उपलब्ध कराने के मकसद से गृह मंत्रालय भारतीय वायुसेना के मालवाहक विमानों के जरिए सिंगापुर एवं संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) समेत विदेशों से उच्च क्षमता वाले टैंकर लाने के लिए समन्वय स्थापित कर रहा है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों को लिखे पत्र में कहा कि ऑक्सीजन ले जाने वाले वाहनों को रोके जाने की घटनाएं अब भी सामने आ रही हैं. यह भी पढ़ें :Remadecevir Black Marketing: यूपी में रेमडेसिविर की कालाबाजारी, केजीएमयू-लॉरी और क्वीनमेरी से 10 मेडकिल स्टाफ गिरफ्तार
उसने राज्यों को निर्देश दिया कि स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति और आवागमन सुनिश्चित किया जाए. बयान के अनुसार, शाह ने देश में कोरोनो वायरस संबंधी हालात की शुक्रवार को समीक्षा की, जिसमें उन्होंने चिकित्सीय कार्यों के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने के सुझाव दिए. बयान में कहा गया है कि गृह मंत्रालय विशेषज्ञ समूह उपचाराधीन संक्रमित मरीजों को ध्यान में रखते हुए और चिकित्सीय ऑक्सीजन के पहुंचने का समय कम करने के लिए विभिन्न राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में ऑक्सीजन का आवंटन तर्कसंगत तरीके से कर रहा है. केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने भी सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखे एक पत्र में कहा कि वे ऑक्सीजन लाने-ले जाने वाले वाहनों की पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित करें और उन्हें एंबुलेंस की तरह समझते हुए उनके आवागमन के लिए विशेष गलियारों का प्रावधान करें.