One Nation, One Election: अरविंद केजरीवाल ने केंद्र की एक राष्ट्र, एक चुनाव की अवधारणा पर उठाया सवाल, कहा- इसे आम आदमी को क्‍या फायदा

केंद्र की 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' की अवधारणा को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सवाल उठाया है. केजरीवाल ने इस पर तंज कसते हुए कहा कि देश को 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' की नहीं, बल्कि 'एक राष्ट्र, एक शिक्षा' की जरूरत है.

CM Arvind Kejriwal Photo Credits: ANI

नई दिल्ली, 3 सितंबर: केंद्र की 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' की अवधारणा को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सवाल उठाया है. केजरीवाल ने इस पर तंज कसते हुए कहा कि देश को 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' की नहीं, बल्कि 'एक राष्ट्र, एक शिक्षा' की जरूरत है. यह भी पढ़ें: One Nation One Election: अधीर रंजन चौधरी ने 'एक राष्ट्र एक चुनाव' के लिए बनी समिति में शामिल होने का प्रस्ताव ठुकराया, जानें वजह

केजरीवाल ने एक्स पर पोस्ट किया, "देश के लिए क्या आवश्यक है? एक राष्ट्र, एक चुनाव या एक राष्ट्र, एक शिक्षा (अमीर या गरीब सभी के लिए समान गुणवत्ता वाली शिक्षा) या एक राष्ट्र, एक स्वास्थ्य सेवा। (अमीर या गरीब सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा तक समान पहुंच) 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' से आम आदमी को क्‍या फायदा होगा.''

भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' के लिए आठ सदस्यीय समिति का गठन किया है, जिसके अध्यक्ष पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद होेंगे. वहीं गृह मंत्री अमित शाह और अन्य इसके सदस्य होंगे.

इससे पहले आप मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा था कि बीजेपी हिंडनबर्ग रिपोर्ट 2.0 से ध्यान भटकाने के लिए ऐसा कर रही है. भारद्वाज ने कहा था, "मैं पूरी तरह से आश्वस्त हूं कि यह हिंडनबर्ग रिपोर्ट 2.0 के वास्तविक मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए सिर्फ एक बहस है. केंद्र सरकार 'इंडिया गठबंधन' की बढ़ती लोकप्रियता से डरी हुई है और वह समय से पहले चुनाव कराने पर जोर दे सकती है."

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