लखनऊ, 5 जनवरी : सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के प्रमुख और पूर्व मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि उन्हें खरमास के बाद किसी भी समय उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में शामिल किया जा सकता है. 'खरमास' उस महीने भर की अवधि को संदर्भित करता है जिसे कई हिंदू अशुभ मानते हैं.
चूंकि कार्यकाल 15 जनवरी को समाप्त हो रहा है, भाजपा सहयोगी राजभर का दावा 22 जनवरी को राम मंदिर उद्घाटन से पहले कैबिनेट विस्तार होने की संभावना की ओर इशारा करता है. उनका यह बयान दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के एक दिन बाद आया है. राजभर के शाह से मिलने के तुरंत बाद, पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान, जो नोनिया उपजाति के एक ओबीसी नेता हैं, ने भी केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की, इससे कैबिनेट में फेरबदल की खबरें तेज हो गईं. हालांकि, उत्तर प्रदेश बीजेपी के सूत्रों की मानें तो राजभर का दोबारा योगी कैबिनेट में मंत्री बनने का 'सपना' सपना ही रह सकता है. यह भी पढ़ें : ‘INDIA’ अलायंस में सीट शेयरिंग पर माथापच्ची, दिल्ली से लेकर बिहार, बंगाल तक कांग्रेस पर दबाव
पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा,खरमास के बाद कैबिनेट में फेरबदल की संभावना नहीं है, क्योंकि तब तक राम मंदिर के उद्घाटन की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी होगी और मुख्यमंत्री के पास एक पल भी नहीं बचेगा. वास्तव में, पर्यटकों की भीड़ समेत अन्य घटनाएं सरकार को अगले एक महीने तक तनाव में रखेंगी.'' इस बीच, जब पूछा गया कि क्या उन्हें राम मंदिर उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया गया है, तो राजभर ने कहा, “हम लोग रहेंगे”, लेकिन उन्होंने पुष्टि करने से इनकार कर दिया कि क्या उन्हें वास्तव में आमंत्रित किया गया है.