ओडिशा सरकार ने प्रमुख मंदिरों को फिर से खोलने की प्रक्रिया की शुरू, कोरोना से जुड़ी सभी दिशानिर्देशों का कड़ाई से कारण होगा पालन
ओडिशा सरकार ने गुरुवार को राज्य के प्रमुख मंदिर प्रशासन से कोविड -19 नियमों का पालन करते हुए श्रद्धालुओं के लिए धार्मिक स्थलों को फिर से खोलने की कार्ययोजना तैयार करने को कहा है. सरकार ने सभी मंदिरों को निर्देशित किया कि वे भक्तों के लिए कोविड -19 दिशानिदेशरें का कड़ाई से पालन करने के साथ परिसर में पूजा अर्चना करने देने के लिए कार्य योजना तैयार करें.
भुवनेश्वर, 8 अक्टूबर: ओडिशा सरकार (Odisha Government) ने गुरुवार को राज्य के प्रमुख मंदिर प्रशासन से कोविड -19 नियमों का पालन करते हुए श्रद्धालुओं के लिए धार्मिक स्थलों को फिर से खोलने की कार्ययोजना तैयार करने को कहा है. सरकार ने श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (Shree Jagannath Temple Administration), पुरी और अन्य प्रमुख मंदिरों को निर्देशित किया कि वे भक्तों के लिए कोविड -19 दिशानिर्देश का कड़ाई से पालन करने के साथ परिसर में पूजा अर्चना करने देने के लिए कार्य योजना तैयार करें.
सरकार ने जिला कलेक्टरों से सभी हितधारकों के साथ परामर्श करने और अगले 10 दिनों में इस संबंध में एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है. मुख्य सचिव असित त्रिपाठी ने ट्वीट किया, "राज्य सरकार ने पुरी के मंदिर प्रशासन और राज्य के अन्य प्रमुख मंदिरों के प्रशासन को निर्देश दिया है कि वे कोविड नियमों का पालन करने वाले उपासकों के लिए मंदिर खोलने की कार्ययोजना तैयार करें. अगले 10 दिनों में सभी के साथ विचार-विमर्श करने के बाद रिस्पांस कलेक्टर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे."
गौरतलब है कि विभिन्न मंदिरों के पुजारी और सेवादार सरकार से धर्मस्थलों को फिर से खोलने के लिए अनुरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हजारों पुजारी और सेवक कमाई के लिए पूरी तरह से मंदिरों पर निर्भर हैं, लेकिन मंदिरों के बंद होने के कारण उनकी आजीविका दांव पर लगी है. इसके अलावा ओडिशा हाईकोर्ट में कई जनहित याचिकाएं (पीआईएल) दायर की गई हैं, जो राज्य में मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थानों को फिर से खोलने से जुड़े हैं. राज्य सरकार ने धार्मिक स्थलों को 31 अक्टूबर तक के लिए बंद करने का आदेश दिया है.