Vegetable Prices Hike: टमाटर ने बिगाड़ा किचन का बजट, अन्य सब्जियों के दाम भी आसमान पर; कब मिलेगी राहत?
पिछले कुछ दिनों में हुई मानसूनी बारिश से गर्मी से काफी राहत मिली है. लेकिन बारिश के इस सीजन ने सब्जियों की कीमतों को आसमान पर पहुंचा दिया है. मानसूनी सीजन में आम आदमी की जेब ढीली हो रही है. पिछले कुछ समय से कुछ सब्जियों के दाम तेजी से बढ़े हैं.
नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों में हुई मानसूनी बारिश से गर्मी से काफी राहत मिली है. लेकिन बारिश के इस सीजन ने सब्जियों की कीमतों को आसमान पर पहुंचा दिया है. मानसूनी सीजन में आम आदमी की जेब ढीली हो रही है. पिछले कुछ समय से सब्जियों के दाम तेजी से बढ़े हैं. टमाटर की कीमतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है. पिछले महीने तक टमाटर का दाम महज 20 रुपये प्रति किलोग्राम था, आज वही टमाटर 100 रुपये किलो तक बिक रहा है. कुछ शहरों में टमाटर 120 रुपये प्रति किलो भी बिक रहा है. World Plastic Free Day 2023: प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस, जानें इसका इतिहास.
इस मानसूनी सीजन में सब्जियां आम आदमी के बजट को बिगाड़ रही हैं. मानसून की बारिश ने लोगों के खाने का स्वाद बिगाड़ दिया है. टमाटर आम लोगों की पहुंच से बाहर हो गया है, कई और सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं. सब्जियों के दाम की बात करें तो टमाटर 80 से 120 रुपये किलो, भिंडी 40 रुपये किलो, लौकी 40 रुपये किलो, पत्तागोभी 50-60 रुपये किलो, करेला 50-60 रुपये किलो, शिमला मिर्च 50 से 60 रुपये किलो, बैंगन 30 रुपये किलो, हरी मिर्च 60 रुपये किलो, नींबू 60, अदरक 250 रुपये किलो के हिसाब से बिक रहा है.
क्यों बढ़ रहे हैं दाम
बारिश और देश के कई हिस्सों में बाढ़ के कारण परिवहन प्रभावित होने से मंडियों में सब्जियों की कमी हो गई है और इसका असर कीमतों पर दिख रहा है. टमाटर की कीमतें आसमान छू रही हैं और ज्यादातर शहरों में यह शतक के आंकड़े को पार कर गया है. सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी का कारण शहर में लगातार बारिश के कारण फसल को हुए नुकसान को बताया गया है.
दुकानदारों का कहना है कि बरसात के कारण मंडी में सब्जियों की कम सप्लाई हो रही है और जो सब्जी मंडियों में पहुंचती है वो भी ज्यादातर खराब हो जाती है. इसी के चलते सब्जियों खासकर टमाटर के दाम आसमान छू रहे हैं. दाम अधिक होने के कारण ग्राहक ज्यादा खरीदारी नहीं कर रहे, जिसके कारण दुकानदारों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
कब मिलेगी राहत?
टमाटर और अन्य सब्जियों के दामों को कम करने के लिए सरकार एक्शन मोड में है. सरकार को उत्पादक केंद्रों से आपूर्ति बढ़ने के साथ टमाटर की कीमतें अगले 15 दिनों में कम होने और एक महीने में सामान्य स्तर पर आ जाने की उम्मीद है.
उपभोक्ता मामलों के विभाग में सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा हिमाचल प्रदेश के सोलन और सिरमौर जिलों से बेहतर आपूर्ति होने पर राष्ट्रीय राजधानी में टमाटर की खुदरा कीमतें तुरंत कम हो जाएंगी.उन्होंने बताया कि सरकार इस पर गौर कर रही है और पूरे वर्ष इसकी आपूर्ति सुव्यवस्थित करने के लिए समाधान ढूंढ रही है.