निर्भया गैंगरेप केस (Nirbhaya Gangrape case)में चार दोषियों में से एक दोषी विनय (Vinay) ने जेल के भीतर खुद को चोट पहुंचाने की कोशिश की. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक तिहाड़ जेल के अधिकारी ने बताया कि जेल में विनय ने 16 फरवरी को अपने ही सेल में दीवार से सिर मारकर खुद को चोट पहुंचाई. हालांकि उसे मामूली चोट आई है. निर्भया गैंगरेप केस में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने दोषियों के खिलाफ नया डेथ वारंट जारी कर दिया है. जिसके मुताबिक दोषियों को 3 मार्च को सुबह 6 बजे फांसी दी जाएगी. इससे पहले दोषियों दो बार डेथ वारंट जारी किया जा चुका है. दोषियों को सबसे पहले 22 जनवरी को फांसी की तारीख मुकर्रर हुई थी. दूसरी बार 1 फरवरी को फांसी की तारीख तय की गई थी.
वहीं इससे पहले सुनवाई के दौरान दोषी विनय के वकील एपी सिंह ने बताया था कि विनय की मानसिक हालत ठीक नहीं है. उसे कई दिनों से खाना पीना भी छोड़ दिया है. वकील एपी सिंह ने कहा, डेथ वारंट जारी करने से पहले इन सभी चीजों को ध्यान में रखा जाना चाहिए. हालांकि कोर्ट ने नया डेथ वारंट जारी कर दिया.
Tihar Jail official: One of the death row convicts of 2012 Delhi gang-rape case, Vinay had attempted to hurt himself by banging his head against a wall in his cell, on 16th February. He had received minor injuries.
The four convicts of the case will be executed on 3rd March.
— ANI (@ANI) February 20, 2020
तीसरी बार डेथ वारंट जारी करने के कोर्ट के फैसले के बाद निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि इससे पहले भी दो बार डेथ वारंट जारी हो चुका है लेकिन हमें उम्मीद है कि यह फाइनल डेथ वारंट होगा. उन्होंने कहा, मैंने इस मामले में सात साल इंतजार किया है. निर्भया की मां ने कहा, "मैं बहुत खुश नहीं हूं, क्योंकि यह तीसरी बार है जब डेथ वारंट जारी किया गया. हमने अब तक बहुत संघर्ष किया है, इसलिए मैं संतुष्ट हूं कि आखिरकार डेथ वारंट जारी किया गया है. मुझे उम्मीद है कि दोषियों को 3 मार्च को फांसी दी जाएगी."
दिल दहलाने वाली थी दिल्ली की यह घटना
गौरतलब है कि दिल्ली में 16 दिसंबर, 2012 की रात 23 साल की पैरामेडिकल छात्रा निर्भया के साथ चलती बस में बहुत ही बर्बर तरीके से गैंगरेप किया गया था. गैंगरेप के बाद निर्भया की गंभीर हालत में सड़क पर फेंक दिया गया था. दिल्ली में इलाज के बाद उसे एयरलिफ्ट करके सिंगापुर ले जाया गया था. गैंगरेप के बाद निर्भया 13 दिनों तक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझती रही. जिंदगी से जंग करते-करते 29 दिसंबर को उसने दम तोड़ दिया था. 31 अगस्त 2013 को निर्भया के केस में 6 आरोपी कोर्ट में दोषी साबित हुए थे.
इस मामले के 6 दोषियों में से एक नाबालिग था, जिसे सुधार गृह भेजा गया था. एक आरोपी रामसिंह ने तिहाड़ जेल में फांसी लगा ली थी. चार अन्य दोषियों- पवन, मुकेश, अक्षय और विनय शर्मा की फांसी के लिए तीसरी बार डेथ वॉरंट जारी हो चुका है. इसमें फांसी की तारीख 3 मार्च मुकर्रर की गई है. पहले वॉरंट में यह तारीख 22 जनवरी तय की गई थी. इसके बाद फांसी के लिए 1 फरवरी की तारीख तय की गई थी.