UP Police: गाजियाबाद के धर्मांतरण मामले में नया इनपुट, गुजरात में 400 के धर्मांतरण की बात आई सामने
ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जरिए नाबालिग बच्चों के धर्मांतरण का मामला लगातार जोर पकड़ता जा रहा है पुलिस ने इस मामले में एक मौलवी को गिरफ्तार किया था और इसमें बद्दू नाम के एक शख्स की तलाश के लिए गाजियाबाद पुलिस की टीम महाराष्ट्र के कई इलाकों में छानबीन कर रही है
गाजियाबाद, 7 जून : ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जरिए नाबालिग बच्चों के धर्मांतरण का मामला लगातार जोर पकड़ता जा रहा है पुलिस ने इस मामले में एक मौलवी को गिरफ्तार किया था और इसमें बद्दू नाम के एक शख्स की तलाश के लिए गाजियाबाद पुलिस की टीम महाराष्ट्र के कई इलाकों में छानबीन कर रही है पुलिस को इस मामले में लगातार इनपुट भी मिल रहे हैं पुलिस को अलग-अलग राज्यों से धर्मांतरण के मामले को लेकर लगातार इनपुट मिल रहे हैं। पुलिस के मुताबिक इस धर्मांतरण के तार पहले ही पाकिस्तान से जुड़े बताए गए हैं.
धर्मांतरण के इस मामले को लेकर पुलिस भी काफी एक्टिव हो चुकी है और कोई भी पहलू छोड़ना नहीं चाहती इसलिए जो भी कॉल पुलिस के पास आ रही है, पूरी गहनता के साथ उसके इनपुट पर जांच की जा रही है डीसीपी अग्रवाल से मिली जानकारी के मुताबिक, धर्मांतरण के मामले में पुलिस को लगातार अन्य राज्यों से इनपुट मिल रहा है उन्होंने बताया कि 30 मई को नाबालिग के धर्मांतरण मामले में मिली कंप्लेन के बाद पुलिस ने एक मौलवी को गिरफ्तार किया. यह भी पढ़े: Forced Conversion Case: उत्तर प्रदेश के मिजार्पुर जिले में 'लव जिहाद' मामले में तीन गिरफ्तार
इसी मामले में मुख्य आरोपी शनवाज उर्फ बद्दो का नाम सामने आया है जिसकी तलाश की जा रही है डीसीपी निपुण अग्रवाल के मुताबिक, गुजरात से मुंब्रा से एक व्यक्ति का कॉल आया है जिसने पुलिस से कई कॉल रिकॉडिर्ंग, फोटोग्राफ्स, वीडियो आदि शेयर किए हैं और उसने बताया है कि यहां पर काफी मास कन्वर्जन हुए हैं करीब 400 लोगों का धर्म परिवर्तन की बात फोन करने वाले शख्स ने बताई है पुलिस अभी उन सब लोगों की डिटेल खंगाल रही है जिन लोगों का धर्म परिवर्तन कराया गया है.
धर्मांतरण मामले को लेकर अब कई जांच एजेंसियां इसकी जानकारी जुटाने में लग गई हैं। फिलहाल पुलिस की प्राथमिकता बद्दो को ढूंढ निकालना है क्योंकि एक बार अगर वो पुलिस के हाथ लग गया तो मामले में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं पुलिस ने इससे पहले ही बताया था कि गेमिंग ऐप के जरिए नाबालिगों को डॉ जाकिर नायक का वीडियो भी दिखाया जाता था जो पूरी तरीके से भारत में प्रतिबंधित है.