NEET 2020: नीट परीक्षा के लिए बिहार के दरभंगा से 700 किमी का सफर तय कर कोलकाता पहुंचा युवक, 10 मिनट लेट होने से छुटा एग्जाम, कहा- मैंने एक साल खो दिया
हर साल लाखों छात्र मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में प्रवेश के लिए NEET की परीक्षा देते हैं. जिसके लिए सालभर उन्हें कठिन परिश्रम करना पड़ता है. उसके बाद भी कई विद्यार्थियों के हिस्से कमायाबी तो कई को निराशा हाथ लगती है. लेकिन उसके बाद भी उनका भरोसा नहीं टूटता है और फिर से परीक्षा देकर अपने सपनों को नई उड़ान देते हैं. इस साल भी नीट की परीक्षा कई उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत को आजमाया है. इसी दौरान एक खबर भी सामने आया है. जहां पर एक छात्र को 10 मिनट लेट होने के कारण परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी गई.
हर साल लाखों छात्र मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में प्रवेश के लिए NEET की परीक्षा देते हैं. जिसके लिए सालभर उन्हें कठिन परिश्रम करना पड़ता है. उसके बाद भी कई विद्यार्थियों के हिस्से कमायाबी तो कई को निराशा हाथ लगती है. लेकिन उसके बाद भी उनका भरोसा नहीं टूटता है और फिर से परीक्षा देकर अपने सपनों को नई उड़ान देते हैं. इस साल भी नीट की परीक्षा कई उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत को आजमाया है. इसी दौरान एक खबर भी सामने आया है. जहां पर एक छात्र को 10 मिनट लेट होने के कारण परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी गई.
दरअसल बिहार के दरभंगा के रहने वाले संतोष कुमार यादव (Santosh Kumar Yadav) ने इस बार की नीट (NEET) परीक्षा के लिए मेहनत किया था. उनका सपना था कि इस परीक्षा में बैठकर अपने सपनों को पूरा कर लेंगे. लेकिन परीक्षा सेंटर में संतोष कुमार यादव 10 मिनट लेट पहुंचे. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक संतोष कुमार यादव 700 किमी का सफर तय करके कोलकाता में नीट की परीक्षा देने पहुंचे थे. लेकिन संतोष तय समय से 10 मिनट लेट थे. जिसके कारण उन्हें अनुमति नहीं दी गई.
संतोष यादव ने कहा कि इस दौरान उन्होंने मौजूद अधिकारीयों से कई बार गुहार लगाई और कहा कि उन्हें परीक्षा देने की अनुमति दी जाए. लेकिन उन्हें नहीं देने दिया गया. संतोष यादव ने कहा कि उनका एक साल युहीं चला गया. इस दिन के लिए उन्होंने जमकर मेहनत की थी. गौरतलब हो कि कोरोना वायरस के कारण सरकार ने गाइडलाइन जारी किया था. जिसका पालन अनिवार्य कर रखा था. इसके अलावा इस बार परीक्षा को लेकर विपक्ष भी सरकार पर जमकर निशाना साध रही थी. उनका कहना था कि कोरोना संकट के कारण परीक्षा को आगे बढ़ाया जाना चाहिए.