पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष बने नवजोत सिंह सिद्धू, पार्टी हाईकमान का विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा फैसला
नवजोत सिद्धू (Photo Credits: Twitter)

चंडीगढ़: नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) को पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) का अध्यक्ष (President)  बना दिया गया है. नवजोत अब सुनील जाखड़ की जगह लेंगे. इसके साथ ही चार कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त किए गए हैं. संगत सिंह गिलजियां, कुलजीत नागरा, पवन गोयल और सुखविंदर डैनी पंजाब के नए कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए हैं. अगले साल पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस हाईकमान ने नवजोत सिंह सिद्धू के नाम पर मुहर लगाई है.

गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से खींचतान के बीच कयास लगाए जा रहे थे कि सिद्धू को पंजाब कांग्रेस की कमान मिल सकती है. खबरें ये भी सामने आईं कि सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के संभावित फैसले से सीएम अमरिंदर नाराज हैं. यह भी पढ़े: पंजाब में मचे सियासी घमासान के बीच मल्लिकार्जुन खड़गे बोले- सब कुछ ठीक हो जाएगा, सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में लड़ेंगे चुनाव

बता दें कि सिद्धू को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाना का विरोध मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी किया था. इसे लेकर अमरिंदर ने कांग्रेस अध्यक्ष को पत्र भी लिखा था, लेकिन शनिवार को पार्टी के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत ने नाराज सीएम को शांत करने के लिए चंडीगढ़ के लिए उड़ान भरी थी. बैठक के बाद, अमरिंदर सिंह ने दोहराया कि पार्टी प्रमुख का कोई भी निर्णय स्वीकार्य होगा, लेकिन अमरिंदर ने कहा कि उन्होंने कुछ मुद्दे उठाए जिन्हें लेकर रावत ने कहा कि वह सोनिया के साथ इन पर चर्चा करेंगे.

इससे पहले रविवार को दिल्ली में कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा के घर पर कैप्टन अमरिंदर सिंह कैंप के सांसदों की एक बैठक भी हुई. कैप्टन कैंप के पंजाब कांग्रेस सांसदों ने सिद्धू को ‘जोकर’ तक बताया था और मांग की थी कि उन्हें प्रदेश में पार्टी की कमान नहीं दी जाए.

वहीं, नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को पटियाला, खन्ना और जालंधर में पार्टी के विधायकों से मुलाकात की जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया. उन्होंने सबसे पहले घनौर के विधायक मदन लाल जलालपुर से उनके आवास पर मुलाकात की. जलालपुर के आवास पर कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, विधायक बरिंदरमीत सिंह पाहरा और दर्शन बराड़ भी मौजूद रहे. सिद्धू ने शूतराना विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्मल सिंह से भी मुलाकात की. बाद में उन्होंने खन्ना के विधायक गुरकीरत सिंह कोटली और पायल के विधायक लखवीर सिंह लाखा से भी मुलाकात की.