Nabanna March: कहीं फायरिंग तो कहीं लाठीचार्ज, बंगाल में बंद के दौरान बवाल, हिरासत में BJP के 3 बड़े नेता-VIDEO
Nabanna Abhijan March in Kolkata (Photo Credits: X/ANI)

कोलकाता, 28 अगस्त : ‘नबन्ना मार्च’ में शामिल छात्रों की गिरफ्तारी के विरोध में बीजेपी ने आज (बुधवार) बंगाल बंद का आह्वान किया है. यह 12 घंटे का बंद है जिसका मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है. इसे लेकर बीजेपी और टीएमसी के बीच तनाव भी बढ़ गया है. दरअसल, टीएमसी जहां बंगाल में बंद की अपील कर रही है, वहीं टीएमसी बंद का विरोध कर रही है और लोगों से दुकानें और अन्य व्यावसायिक गतिविधियों को शुरू करने की अपील कर रही है. जिससे दोनों दलों में टकराव पैदा हो गया है. हालांकि, पुलिस प्रशासन की ओर से स्थिति को सामान्य बनाने की प्रक्रिया जारी है. राज्य में बंद को असरदार बनाने में जुटे बीजेपी के तीन प्रमुख नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है, जिसमें सौमिक भट्टाचार्य, राहुल सिन्हा और लॉकेट चटर्जी का नाम शामिल है.

हिरासत में लिए जाने के बाद लॉकेट चटर्जी ने कहा, “इससे कुछ खास होने वाला नहीं है. वो लोग हमें जितना हिरासत में लेंगे, हम लोग इस बंद को इतना ही ज्यादा असरदार बनाएंगे.” उन्होंने सड़कों पर मौजूद बीजेपी कार्यकर्ताओं की भीड़ की ओर इशारा करते हुए कहा, “ये लोग जो आप सड़कों पर देख रहे हैं, ये कोई और नहीं, बल्कि लोगों का आक्रोश है. महिला सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के रवैये से बंगाल की जनता परेशान है.” यह भी पढ़ें : Gujarat Flood: गुजरात में बाढ़ की स्थिति पर पीएम मोदी ने सीएम भूपेंद्र पटेल से की बात, मदद का दिया भरोसा

Nabanna March:

बीजेपी नेता सुकांत मजूमदार ने बंद का समर्थन करने पर बंगाल की जनता का आभार प्रकट किया. उन्होंने कहा, “पश्चिम बंगाल सरकार ने उन लोगों पर हमला करने का दुस्साहस किया है, जो बंगाल बंद का समर्थन कर रहे हैं, लेकिन पुलिस द्वारा किया गया काम दुर्भाग्यपूर्ण है, जो पुलिस हमारे साथ कर रही है, हम उसे भलीभांति रिकॉर्ड कर रहे हैं. उसे समझ रहे हैं.”

नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने टीएमसी पर प्रियांगु पांडे पर गोली चलाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, “टीएमसी अब गोलियों का सहारा लेकर हमें सड़कों से हटाने का प्रयास कर रही है, लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे. हम ममता बनर्जी सरकार के तानाशाही रवैये के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करते रहेंगे.”

बता दें कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले के विरोध में हजारों की संख्या में छात्रों ने मंगलवार को नबन्ना मार्च निकाला था. इस दौरान पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ बीजेपी ने बुधवार को बंगाल बंद का ऐलान किया है. जिसका असर देखा जा रहा है. कहीं दुकानें बंद हैं, तो कहीं सड़के वीरान हैं. टीएमसी के कार्यकर्ता इस बंद के विरोध में उतरकर लोगों को जबरन दुकानें खोलने के लिए कह रहे हैं, जिससे राज्य में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है. अब तक बीजेपी के तीन प्रमुख नेताओं के साथ कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया जा चुका है.