सनसनीखेज खुलासा: मुजफ्फरपुर बालिकागृह में बलात्कार से पहले बच्चियों को दी जाती थी नशीली दवाई

इस मामले का खुलासा तब हुआ जब मुंबई की संस्था टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइसेंस की टीम ने बालिका गृह के सोशल ऑडिट रिपोर्ट में यौन शोषण का उल्लेख किया. इसके बाद मुजफ्फरपुर महिला थाने में इस मामले की प्राथमिकी दर्ज कराई गई.

(Photo Credits: :प्रतीकात्मक तस्वीर)

पटना: मुजफ्फरपुर जिले के एक बालिकागृह में 34 नाबालिग लड़कियों के साथ बलात्कार की पुष्टि हो गई है. पहले 29 लड़कियों के साथ बलात्कार की बात कही जा रही थी. इस मामले में रोज कई चौकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं. एक हिंदी पोर्टल की खबर के अनुसार बलात्कार करने से पहले उन मासूम बच्चियों को रोज नशीली दवाई दी जाती थी. बताया जा रहा है कि लड़कियों ने जांचकर्ताओं को यह बात बताई हैं. लड़कियों ने बताया कि रोज रात को खाने के बाद उन्हें एक टेबलेट खाने को दी जाती थी. हालांकि, डोक्टरों ने न दवाओं पर कोई टिप्पणी नहीं की है.

बता दें कि इस मामले की जांच सीबीआई ने अपने हाथ में ले ली है. सीबीआई की ओर से बालिकागृह के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ केस फाइल किया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले सप्ताह इस पूरे मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की सिफारिश की थी.

गौरतलब है कि इन लड़कियों को मधुबनी, मोकामा और पटना के बालिकागृह भेजा गया है. इन पीड़ित लड़कियों का अब मनोवैज्ञानिक उपचार किया जा रहा है. एक अधिकारी ने बताया कि मनोचिकित्सा काउंसलिंग और थेरेपी के जरिए लड़कियों की मानसिक पीड़ा और तनाव को दूर किया जा रहा है. पीड़ित लड़कियों में अधिकांश मानसिक पीड़ा झेल रही हैं.

उल्लेखनीय है कि इस मामले का खुलासा तब हुआ जब मुंबई की संस्था टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइसेंस की टीम ने बालिका गृह के सोशल ऑडिट रिपोर्ट में यौन शोषण का उल्लेख किया. इसके बाद मुजफ्फरपुर महिला थाने में इस मामले की प्राथमिकी दर्ज कराई गई. इसके बाद लड़कियों के चिकित्सकीय जांच में भी यहां की 41 लड़कियों में से 29 लड़कियों के साथ दुष्कर्म होने की पुष्टि हुई थी.

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