पटना: मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड के बाद बिहार सरकार में समाज कल्याण मंत्री रह चुकी मंजू वर्मा आर्म्स एक्ट मामले में पिछले कुछ दिन से फरार चल रही थी. कोर्ट के कई बार फटकार के बाद आज उन्होंने बेगूसराय की स्थानीय अदालत में अपने को सरेंडर किया. मंजू वर्मा द्वारा खुद को सरेंडर नहीं करने को लेकर हाल ही में बिहार पुलिस ने बेगूसराय स्थित उनके आवास की कुर्की-जब्ती की थी. मंजू वर्मा के सरेंडर के बारे में जो मालूम पड़ा है उसके मुताबिक वे बुर्के की आड़ में बेगूसराय के मंझौल अनुमंडल कोर्ट पहुंचकर अपने को कोर्ट के समक्ष सरेंडर किया. कोर्ट में सरेंडर करने के बाद कोर्ट ने उन्हें 1 दिसंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
बता दें कि इसके पहले बिहार पुलिस मंजू वर्मा को गिरफ्तार करने के लिए पिछले तीन महीने से बिहार के उनके कई प्रमुख ठिकानों पर छापेमारी की थी. लेकिन पुलिस को किसी भी तरह की कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी. इस बीच मंजू वर्मा को बिहार पुलिस द्वारा नहीं पकड़ पाने को लेकर पुलिस को कई बार कोर्ट की फटकार का सामना करना पड़ा था. यह भी पढ़े: मुजफ्फरपुर कांड: बिहार पूर्व मंत्री मंजू वर्मा के घर की कुर्की-जब्ती प्रक्रिया शुरू, पुलिस ने चिपकाये पोस्टर
गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर बालिका आवासगृह यौनाचार मामले की जांच के दौरान केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने तत्कालीन समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति के गांव श्रीपुर में 17 अगस्त को छापेमारी की थी. इस दौरान चंद्रशेखर वर्मा के आवास से 50 अवैध गोली बरामद की गई थी. इसके बाद सीबीआई ने चेरियाबरियापुर थाने में पूर्व मंत्री और उनके पति के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. आर्म्स एक्ट मामले में उनके खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद उन्हें अपने मंत्री पद से भी हाथ धोना पड़ा था .