Mumbai Vaccine Case: वैक्सीन घोटाले को लेकर मुंबई के कॉलेज ने की शिकायत

एक बयान में आदित्य कॉलेज के अधिकारियों ने कहा कि पांडे ने कथित तौर पर कॉलेज द्वारा भुगतान किए जाने के बाद सभी आवश्यक अनुमति प्राप्त करने और सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने की बात पर भी सहमति व्यक्त की थी.

प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: pxhere)

मुंबई: मुंबई (Mumbai) के एक कॉलेज ने शनिवार को दावा किया है कि इस महीने की शुरूआत में एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी (Event Management Company) द्वारा कैंपस में टीकाकरण अभियान (Vaccination Campaign) आयोजित कराए जाने को लेकर उनके साथ धोखाधड़ी की गई है. बोरीवली वेस्ट (Borivali) में स्थित आदित्य कॉलेज (Aditya College) के मुताबिक, किसी ईवेंट कंपनी के प्रमुख और प्रतिष्ठित कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल (KDAH) के सेल्स मैनेजर के रूप में अपना परिचय देने वाले राजेश पांडे (Rajesh Pandey) नामक एक शख्स ने  3 जून को कॉलेज में टीकाकरण शिविर का आयोजन कराया था. Mumbai Vaccine Scam: हाउसिंग सोसायटी में टीकाकरण घोटाले के बाद कई प्रोडक्शन हाउस ने भी की शिकायत, मामले में अब तक 4 गिरफ्तार

हालांकि, केडीएएच पहले ही ऐसे शिविरों में शामिल होने की बात से इनकार कर चुका है. इधर बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने सभी लोगों को इस बात की चेतावनी दे रखी है कि स्थिति का फायदा उठाने वाले घोटालेबाजों से सावधान रहें.

एक बयान में आदित्य कॉलेज के अधिकारियों ने कहा कि पांडे ने कथित तौर पर कॉलेज द्वारा भुगतान किए जाने के बाद सभी आवश्यक अनुमति प्राप्त करने और सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने की बात पर भी सहमति व्यक्त की थी.

अब चूंकि 18 से 44 साल के आयु वर्ग वाले लोगों को टीकाकरण के लिए स्लॉट मिलने में परेशानी हो रही है इसलिए कॉलेज के ट्रस्टी ने विद्यार्थियों, कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू किया.

पिछले हफ्ते कांदिवली पश्चिम में स्थित हीरानंदानी हेरिटेज सोसाइटी में 390 लोगों को कोरोना की नकली वैक्सीन लगाई गई थी. इसके बाद जब कॉलेज के टीकाकरण शिविर में लाभार्थियों द्वारा कोविड टीकाकरण प्रमाण पत्र (सीवीसी) प्राप्त करने में देरी हुई, तो कॉलेज के अधिकारियों ने पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज की.

शुक्रवार को टिप्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष रमेश तौरानी ने यह भी खुलासा किया कि उनके 365 कर्मचारियों को 3 जून को टीका लगाया गया था, लेकिन अभी तक उनके सीवीसी प्राप्त नहीं हुए हैं.

पुलिस सूत्रों का कहना है कि शहर में एक या अधिक समूहों द्वारा इस तरह के कम से कम 9 अन्य शिविर आयोजित किए गए हैं, जिनकी अब विस्तार से जांच की जा रही है.

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