IL&FS: MNS चीफ राज ठाकरे अपनी पत्नी और दोनों बच्चों के साथ पहुंचे ED के दफ्तर, पूछताछ शुरू
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) अध्यक्ष राज ठाकरे Raj Thackeray प्रवर्तन निदेशालय ( Enforcement Directorate) के दफ्तर पहुंच गए हैं. राज ठकारे के साथ उनकी पत्नी, बेटे और बेटी भी साथ में हैं. मुंबई पुलिस ने सुरक्षा के लिहाज से दक्षिण मुंबई में ईडी कार्यालय के बाहर सीआरपीसी की धारा 144 लगा दी. वहीं ईडी के ऑफिस की तरफ जानेवाली सभी सड़कों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है.
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) अध्यक्ष राज ठाकरे Raj Thackeray प्रवर्तन निदेशालय ( Enforcement Directorate) के दफ्तर पहुंच गए हैं. राज ठकारे के साथ उनकी पत्नी, बेटे और बेटी भी साथ में हैं. मुंबई पुलिस ने सुरक्षा के लिहाज से दक्षिण मुंबई में ईडी कार्यालय के बाहर सीआरपीसी की धारा 144 लगा दी. वहीं ईडी के ऑफिस की तरफ जानेवाली सभी सड़कों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह कदम कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया है. राज ठाकरे को गुरुवार को 11 बजे प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर में हाजिर होने किए कहा था.
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मनोहर जोशी के बेटे उन्मेश जोशी और उनके व्यापारिक साझेदार राज ठाकरे को आईएल एंड एफएस से संबंधित एक मामले की जांच के लिए समन भेजा था. ईडी जोशी के स्वामित्व वाले कोहिनूर सीटीएनएल में 850 करोड़ रुपये से अधिक के आईएल एंड एफएस के ऋण और निवेश की कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है. कोहिनूर सीटीएनएल एक रियलिटी क्षेत्र की कंपनी है जो पश्चिम दादर में कोहिनूर स्क्वॉयर टॉवर का निर्माण कर रही है.
यह भी पढ़ें:- भाई के बचाव में उतरा भाई: राज के लिए उद्धव ठाकरे ने कहा- ‘ED की जांच में कुछ भी नहीं निकलेगा’
गौरतलब हो कि उन्मेश जोशी, राज ठाकरे और उनके सहयोगी द्वारा यह एक दशक पहले लॉन्च की गई थी. उनकी 421 करोड़ रुपये में विवादास्पद कोहिनूर मिल्स नंबर-3 खरीदने की योजना थी. आईएल एंड एफएस ने 2008 में अचानक कथित तौर पर इस सौदे से हाथ पीछे खींच लिए और महज 90 करोड़ रुपये में अपने शेयरों को बेच दिया. इससे बड़ा नुकसान हुआ और बाद में ठाकरे भी अपने शेयर बेचने के बाद इससे बाहर निकल गए. जोशी का कोहिनूर समूह उनके पिता और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी द्वारा स्थापित किया गया था. यह पहले कोहिनूर सीटीएनएल को नियंत्रित करता था.