दुखद! केईएम अस्पताल में आग में झुलसे दो महीने के बच्चे की मौत, इससे पहले काटा गया था उसका एक हाथ
केईएम अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई में छह नवंबर को लगी आग में झुलसे दो महीने के बच्चे की शुक्रवार सुबह मौत हो गई.अधिकारी ने बताया कि प्रिंस राजभर आग में गंभीर रूप से झुलस गया था और उसका एक हाथ काटना पड़ा था. आज सुबह दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई.
मुंबई. केईएम अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई में छह नवंबर को लगी आग में झुलसे दो महीने के बच्चे की शुक्रवार सुबह मौत हो गई.अधिकारी ने बताया कि प्रिंस राजभर आग में गंभीर रूप से झुलस गया था और उसका एक हाथ काटना पड़ा था. आज सुबह दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई. उन्होंने बताया, ‘‘प्रिंस को वेंटिलेटर पर रखा गया था. लेकिन गुरुवार रात उसकी हालत बिगड़ गई. देर रात ढाई बजे उसे दिल का दौरा पड़ा.’’अधिकारी ने बताया कि नवजात को दिल की बीमारी के इलाज के लिए वाराणसी से यहां लाया गया था.
प्रिंस के पिता पन्नीलाल राजभर ने 13 नवंबर को भोईवाड़ा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी जिसके बाद अस्पताल के स्टाफ के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 338 के तहत लापरवाही का मामला दर्ज किया गया. इस हफ्ते बच्चे के माता-पिता ने बृहन्मुंबई महानगर पालिका के आयुक्त प्रवीन परदेशी से मुलाकात की थी। बीएमसी ने बच्चे के अभिभावकों को पांच लाख रुपए के मुआवजे का प्रस्ताव दिया था जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था. इसके बाद, बुधवार को नगर निकाय ने प्रिंस के परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजे का प्रस्ताव दिया. यह भी पढ़े-मुंबई CSMT पुल हादसा: 12 घंटों में छह की हुई मौत, बीएमसी-रेलवे के खिलाफ मामला दर्ज
बीएमसी के नेताओं की एक बैठक में नगर निकाय की लापरवाही का शिकार हुए लोगों के लिए एक व्यापक मुआवजा नीति तैयार करने का निर्णय लिया गया है. शिवसेना शासित बीएमसी में विपक्ष के नेता रवि राजा ने कहा कि बैठक में मुआवजे का मुद्दा मुख्य रुप से उठाया गया जहां सभी ने माना कि मुआवजे के लिए पांच लाख रुपये की राशि कम है.