मुंबई से सटे वसई पुलिस (Vasai Police) ने करीब 14 महीने पहले हुए एक हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया है. हत्यारा कोई और नहीं बल्कि मृतक महिला का पति ही है. वह पत्नी की हत्या करने के बाद शरीर से सिर को अलग करने के बाद ट्रॉली बैग में भरकर बिना सिर के ही शव को भुईगांव बीच के पास भेंक दिया था. पुलिस को सूचना मिलने पर बिना सिर का शव बरामद करने के बाद मामले में जांच पड़ताल शुरू की. लेकिन गुत्थी सुलझ नहीं रही थी. ऐसे में पुलिस ने मृतक महिला के पति और बेटी का डीएनए (DNA) टेस्ट करवाया. बच्ची का डीएनए मृतक महिला के साथ ही उसके पति से भी मेल खाया. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार किया है. हालांकि हत्या के पीछे के आरोपी का मकसद क्या था. इसके बारे में अभी पता नहीं चल पाया है.
वसई पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक कल्याणराव करपे के अनुसार 26 जुलाई, 2021 को महिला का शव पाए जाने के बाद हत्या का मामला दर्ज किया था. जिसके बाद से ही पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही थी. लेकिन केस में कुछ सफलता नहीं मिल रही थी. ऐसे में केस की गुत्थी सुलझाने के लिए उन्होंने पालघर जिले और मुंबई के सभी पुलिस स्टेशनों और यहां तक कि गुजरात के सीमावर्ती इलाकों और कोंकण के कुछ अन्य इलाकों में जाकर उनकी टीम लोगों से इस मामले में पूछताछ की. लेकिन कही भी किसी महिला के लापता होने की शिकायत नहीं मिल पाई. ऐसे में उनकी टीम ने 200 से अधिक पोस्टर चिपकाए. लेकिन इससे भी उन्हें कुछ मदद नहीं मिली. यह भी पढ़े: Madhya Pradesh: पति ने धारदार हथियार से की पत्नी की हत्या, आत्मसमर्पण करने से पहले खाया जहर
करपे के अनुसार इस साल 30 अगस्त को, पुलिस को सूचना मिली कि 25 वर्षीय सान्या शेख नामक महिला एक साल से अधिक समय से लापता है. नालासोपारा के अचोले पुलिस स्टेशन में उसके रिश्तेदारों द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई थी. जो कर्नाटक के बेलगाम से उसकी तलाश करने आए थे. क्योंकि उसका पति उनकी कॉल का जवाब नहीं दे रहा था. फोन करने पर वह रांग नंबर कहकर फोन काट देता था.
करपे ने कहा कि उन्होंने केस की गुत्थी सुलझाने के लिए मृतक महिला सान्या के पति, आसिफ शेख की बेटी से डीएनए मैच करने को कहा. बेटी का डीएनए मेल खाया, जिससे साबित हुआ कि शव सान्या का है और उसका पति आसिफ ही है.
आसिफ शेख मुंबई के अंधेरी में एक लॉजिस्टिक फर्म के साथ काम करता था. आसिफ ने पुलिस को कथित तौर पर सान्या द्वारा छोड़े गए एक पत्र को दिखाया. जिसमें लिखा गया था कि वह उसे और उसके घर को छोड़कर अपने प्रेमी के साथ जा रही है. लेकिन जब उस लेटर के लिखावट की जांच की गई तो चला कि यह आसिफ ने लिखा था. जिसके बाद आसिफ को गिरफ्तार किया.
पुलिस के अनुसार आसिफ से पत्नी की हत्या के मामले में जब पूछताछ की गई तो वह टूट गया और उसने कबूल किया कि उसने अपनी ही अपनी पत्नी की हत्या की है. उनसे पत्नी की हत्या के बाद उसका सिर काटने के बाद उसके शरीर को समुद्र तट के पास मैंग्रोव में फेंक दिया.
अपार्टमेंट में अपने माता-पिता, भाई और अपने परिवार के साथ फ्लैट में रह रहे थे. लेकिन 21 जुलाई 2021 को कुर्बानी के मौके पर आसिफ ने सान्या को उसके बेडरूम में चाकू मार दिया और जब परिवार के बाकी लोग बाहर थे. सान्या के हत्या के बाद उसका सिर काटकर बेडशीट में लपेट दिया और बिना सिर के शव को सूटकेस में भर दिया. इसके बाद वह कलाम समुद्र तट पर गया और सूटकेस को मैंग्रोव में फेंक दिया.
मामले में जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों के अनुसार सान्या के शव को ठिकाने लगाने के बाद आसिफ घर वापस आकर कमरा साफ़ कर दिया. सान्या की हत्या के बाद आसिफ अपना फलैट बेचकर अपने माता-पिता के साथ मुब्रा चला गया. जांच से जुड़े पुलिs वालों की माने तो सान्या के हत्या के बारे में उसके परिवार वालों को जरूर इसकी खबर थी. पुलिस वालों के अनुसार सान्या के लापता होने की रिपोर्ट किसी ने पुलिस स्टेशन में दर्ज नहीं करवाई थी.
पीड़िता की चचेरी बहन शेराली निप्पनी ने कहा कि लाकडाउन के चलते वे कर्नाटक से महाराष्ट्र नहीं आ सकते थे. इस बीच वे जरूर आसिफ से फोन पर बात करना चाहे. लेकिन वह उनके फोन को रिसीव ही नहीं करता था. ऐसे में उन्हें आसिफ पर शक हुआ और जब वे नालासोपारा उसके बिल्डिंग में पहुंचे तो मामलू पड़ा कि वह घर बेचकर मुम्ब्रा चला गया था.
परिवार वाले आसिफ का पता पूछते- पूछते जब मुम्ब्रा पहुंचे तो आसिफ और उसकी मान ने बताया कि सान्या अपने प्रेमी के साथ भाग गई है. आसिफ के इस बात पर उन्हें विश्वास नहीं हुआ और वे इस मामले में पुलिस से संपर्क करने के बाद सान्या के गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई.
पीड़िता की चचेरी बहन शेराली निप्पनी की शिकायत के बाद पुलिस ने आसिफ को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस मामले में आसिफ से पूछताछ कर रही है कि उसने पीड़ित के सिर और हत्या के हथियार को कहां फेंका. और अपराध में कोई और शामिल था या नहीं.