उतराखंड के इस प्राचीन मंदिर में सात फेरे ले सकते हैं आकाश अंबानी और श्लोका मेहता, जानें इसकी विशेषता
आकाश-श्लोका की दिसंबर में होने वाली शादी का गवाह उत्तराखंड में अखंड सौभाग्य का प्रतीक त्रियुगी नारायण मंदिर बन सकता है. त्रियुगी नारायण मंदिर ही वह पवित्र और विशेष पौराणिक मंदिर है
नई दिल्ली. मुकेश अंबानी के बेटे आकाश अंबानी और श्लोका मेहता की सगाई 30 जून को मुंबई में धूमधाम से हुई थी. जिसके बाद से यह कयास लगने लगा था कि अब दोनों की शादी कहां होगी. खबरों के मुताबिक आकाश अंबानी और श्लोका मेहता की शादी उत्तराखंड में स्थित त्रियुगी नारायण मंदिर में हो सकती है. खबरों की माने तो रिलायंस टीम के अधिकारीयों की टीम ने कुछ दिनों पहले इस इलाके का दौरा भी किया था.
खबरों की माने तो आकाश-श्लोका की दिसंबर में होने वाली शादी का गवाह उत्तराखंड में अखंड सौभाग्य का प्रतीक त्रियुगी नारायण मंदिर बन सकता है. त्रियुगी नारायण मंदिर ही वह पवित्र और विशेष पौराणिक मंदिर है. मान्यता है कि यहां जो जोड़ा सात फेरे लेता है उनका रिश्ता सात जन्मों तक बंध जाता है.
त्रियुगी नारायण मंदिर की विशेषता
त्रियुगीनारायण मंदिर ही पौराणिक मंदिर है. इस मंदिर के अंदर सदियों से अग्नि की ज्वाला जल रही हैं. कहा जाता है कि इसी मंदिर में भगवान शिव ने माता पार्वती में अग्नि को साक्षी मानकर विवाह किया था. कहा जाता है उस समय से लेकर आज तक यह ज्वाला निरतंर जल रही है.
गौरतलब हो कि बता दें कि मुकेश अंबानी के बेटे आकाश अंबानी की होने वाली पत्नी श्लोका हीरा कारोबारी रसेल मेहता की सबसे छोटी बेटी हैं. श्लोका ने अमेरिका के प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में मानवशास्त्र से ग्रेजुएशन किया है. उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकॉनमिक्स में कानून से मास्टर डिग्री ली है.