भोपाल: मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य में स्थापित होने वाले उद्योगों में स्थानीय लोगों को नौकरियों में प्राथमिकता देने वाले अपने बयान पर बुधवार को सफाई दी. उन्होंने कहा कि सभी राज्यों में स्थानीय लोगों को प्राथमिता दी जाती है, और उन्होंने भी वही कहा है. कमलनाथ ने पुलिस महकमे के साथ बैठक के बाद संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा, "सभी प्रांतों में अपने लोगों को प्राथमिकता दी जाती है. गुजरात में है, अन्य राज्यों में है, मै कौन-सी नई बात कर रहा हूं.
ज्ञात हो कि कमलनाथ ने सोमवार देर शाम किसानों की कर्जमाफी के आदेश जारी किए जाने की पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा था, "राज्य में युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार सुलभ करवाने के उद्देश्य से उद्योग संवर्धन नीति 2018 और एम़ एस़ एम़ ई़ विकास नीति-2017 में संशोधन का निर्णय लिया है। संशोधन के अनुरूप अब राज्य शासन से वित्तीय एवं अन्य सुविधाएं लेने वाले उद्योगों को 70 प्रतिशत रोजगार राज्य के स्थायी नौजवानों को देना अनिवार्य होगा." यह भी पढ़े: मध्य प्रदेश के CM कमलनाथ पर मुजफ्फरनगर कोर्ट में केस दर्ज, यूपी-बिहार के लोगों पर दिया था विवादित बयान
इसके साथ ही कमलनाथ ने कहा था, "राज्य में कुछ ऐसे उद्योग लग जाते हैं, जिनमें अन्य राज्यों से लोग नौकरियां पा लेते हैं, बिहार और उत्तर प्रदेश से। हालांकि मैं उनकी आलोचना नहीं करना चाहता, लेकिन मध्यप्रदेश के नौजवान नौकरियों से वंचित रह जाते हैं." कमलनाथ के बयान पर बिहार और उत्तर प्रदेश से तीखी प्रतिक्रियाएं आई हैं। उसके बाद बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने नपे-तुले शब्दों में अपनी बात कही.