नई दिल्ली, 10 अप्रैल: भारतीय वायु सेना ने अपनी जांच में एक से अधिक अधिकारियों को पाकिस्तानी क्षेत्र में एक सशस्त्र सुपरसोनिक मिसाइल के भूलवश फायरिंग के मामले में दोषी पाया है. सूत्रों ने कहा है कि दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. एयर वाइस मार्शल आर.के. सिन्हा इस बात की जांच कर रहे हैं कि नियमित रखरखाव कार्य के दौरान मिसाइल कैसे दागी गई.
मंत्रालय ने कहा था कि 9 मार्च को नियमित रखरखाव के दौरान एक तकनीकी खराबी के कारण भूलवश मिसाइल दागी चली गई. भारत सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया है और एक उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है.
मंत्रालय ने कहा था, "यह पता चला है कि मिसाइल पाकिस्तान के एक इलाके में उतरी. यह घटना बेहद खेदजनक है, लेकिन यह भी राहत की बात है कि दुर्घटना में किसी की जान नहीं गई." पाकिस्तान ने भी इस घटना पर कड़ा प्रतिरोध जताया था.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान में गलती से जाकर गिरने वाली भारतीय मिसाइल पर सदन में प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने सदन में कहा था कि अनजाने में हुई ये घटना खेदजनक है, हमारा मिसाइल सिस्टम अत्यंत सुरक्षित और भरोसेमंद है.