Monsoon 2020 Update: मानसून ने दी दस्तक, दक्षिण भारत के कुल 9 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी, अगले कुछ दिनों में इन राज्यों में हो सकती है बारिश
मौसम के बदलने के अनुरूप विभाग समय समय पर अलर्ट जारी करता है. मौसम विभाग की तरफ से रेड अलर्ट, येलो अलर्ट या फिर ऑरेन्ज अलर्ट जारी किया जाता है. यलो अलर्ट लोगों को सचेत करने के उद्देश्य से विभाग कि तरफ से जारी किया जाता है. मौसम विभाग के अनुसार यलो अलर्ट एक तरह से जस्ट वॉच का एक सिग्नल है.
Monsoon 2020 Update: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने सोमवार को कहा कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून केरल के तट से टकराया है. मानसून के चलते सोमवार सुबह राज्य में भारी बारिश हुई है. दक्षिण भारत के कुल नौ जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है. साथ ही अरब सागर और लक्ष्यद्वीप के बीच बने चक्रवात निसारगा को लेकर महाराष्ट्र और गुजरात को भी पहले से अलर्ट कर दिया गया है. आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय मोहपात्रा ने कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून भारत में आ चुका है. मानसून ने भारत के केरल राज्य में दस्तक दी है. मानसून के चलते सोमवार सुबह राज्य में भारी बारिश हुई है. आईएमडी ने मानसून को देखते हुए दक्षिण भारत के कुल नौ जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है. इन नौ जिलों में तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, इडुक्की, मलप्पुरम और कन्नूर शामिल हैं. मौसम विभाग के चेतावनी के अनुसार इन शहरों दिन के तापमान में गिरावट के साथ बारिश हो सकती है.
आपको बता दें कि मौसम के बदलने के अनुरूप विभाग समय समय पर अलर्ट जारी करता है. मौसम विभाग की तरफ से रेड अलर्ट, येलो अलर्ट या फिर ऑरेन्ज अलर्ट जारी किया जाता है. यलो अलर्ट लोगों को सचेत करने के उद्देश्य से विभाग कि तरफ से जारी किया जाता है. मौसम विभाग के अनुसार यलो अलर्ट एक तरह से जस्ट वॉच का एक सिग्नल है.
मौसम को लेकर चेतावनी
मौसम विभाग ने असम, मेघालय, दक्षिण कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, केरल और माहे व लक्षद्वीप में भारी बारिश की चेतावनी दी है. साथ ही कर्नाटक, तेलंगाना, कोंकण एवं गोवा, मध्य महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और ओडिशा में भी बारिश की संभावना है. वहीं उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में तेज़ हवाएं चलेंगी. अगले दो दिनों में उत्तरी कोंकण एवं गोवा, केरल, कर्नाटक, मध्य महाराष्ट्र, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है.
वहीं उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, मिजोरम, मराठवाड़ा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और तटीय कर्नाटक में आंधी आने की संभावना है. जम्मू कश्मीर, गिलगित बाल्टिस्थान, कर्नाटक के आंतरिक हिस्सों और तमिलनाडु में भी बौछारें पड़ सकती हैं.
चक्रवात निसारगा ने दी दस्तक
वहीं अब सागर पर चक्रवाती तूफान 'निसारगा' ने भी दस्तक दे दी है. इसके चलते महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है . चक्रवात की वजह से गुजरात के भावनगर में तेज बारिश हुई है. मौसम विभाग के अनुसार यह चक्रवाती तूफान तीन जून की शाम या रात के दौरान उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात तट से टकरा सकता है. उस दौरान 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. हवा की गति 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक भी पहुंच सकती है.
चक्रवात के कारण महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों में भारी बारिश संभावना है. आईएमडी के अनुसार अरब सागर और लक्ष्यद्वीप के बीच बना कम दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान में तेजी ला सकता है. यह चक्रवात अगले 24 घंटों में और अधिक मजबूत होकर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. मौसम विभाग ने चार जून तक मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है. साथ ही प्रशासन से कहा है कि अरब सागर में मछली पकड़ने गए मछुवारों को तुरंत वापस बुलाया जाये.