नई दिल्ली. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को दो दिवसीय यात्रा पर नेपाल पहुंचे. ज्ञात हो कि पीएम मोदी की यह तीसरी नेपाल यात्रा है. जनकपुर, काठमांडू और मुक्तिनाथ में भारत के प्रधानमंत्री के आगमन की तैयारियां पूरी कर ली गई है. अपने इस यात्रा में पीएम मोदी इन तीनों जगहों पर जाएंगे. वैसे तो मोदी के इस दौरे को धार्मिक माना जा जा रहा है लेकिन कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि नेपाल और भारत की बीच के रिश्तों की मजबूती पर चर्चा होगी. बता दें कि पिछले महीने नेपाल के पीएम केपी ओली शर्मा भी भारत आए थे. ऐसे में अब पीएम मोदी का नेपाल जाना एक खास संदेश देता है.
पीएम मोदी अपने दौरे की शुरुआत जनकपुर से करेंगे जहां वह राम जानकी मंदिर में विशेष पूजा करेंगे. मोदी यह 'खोडासोपचर' अनुष्ठान करने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री होंगे. इसके बाद नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली और मोदी संयुक्त रूप से देवी सीता के जन्म स्थान जनकपुर से भगवान राम के जन्म स्थान अयोध्या को जोड़ने वाले रामायण सर्किट बस मार्ग को हरी झंडी दिखाएंगे. इसे रामायण सर्किट के विस्तार के तौर पर देखा जा रहा है.
I will be visiting Nepal on 11th and 12th May at the invitation of PM Mr. KP Sharma Oli. This visit reflects the high priority India attaches to friendly relations with Nepal. I will be holding extensive talks with PM Oli on ways to further deepen bilateral cooperation.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 10, 2018
शुक्रवार को प्रधानमंत्री का कार्यक्रम-
1. पीएम मोदी इसके अलावा बाहराबिगहा के रंगभूमि मैदान में उनके सम्मान में आयोजित भोज में भाग लेंगे तथा वे वहां उनके स्वागत के लिए आने वाले लोगों को संबोधित भी कर सकते हैं. विभिन्न राजनीतिक दलों के जिला प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. प्रांतीय सरकार ने उनके दौरे के दिन आधिकारिक अवकाश घोषित किया है.
2. पीएम मोदी इसके बाद ओली, राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी, उपराष्ट्रपति नंद बहादुर पुन और प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं से मुलाकात करने के लिए काठमांडू के लिए उड़ान भरेंगे.
3. भारतीय प्रधानमंत्री इसके बाद वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए पूर्वी नेपाल के संखुवासभा जिले में स्थित अरुण तृतीय पनबिजली संयंत्र का शिलान्यास करेंगे. यह संयंत्र भारत के सतलज जल विद्युत निगम के अंतर्गत आता है. 900 मेगावाट की परियोजना के अगले पांच साल में पूरा होने की उम्मीद है. इस परियोजना पर भारत ने 1.5 अरब डॉलर का निवेश किया है.
4. मोदी और ओली संवाददाता सम्मेलन को संयुक्त रूप से संबोधित करेंगे. इसके बाद ओली अपने भारतीय समकक्ष के लिए रात्रिभोज का आयोजन करेंगे. मोदी 12 मई को थोरांग ला पहाड़ियों की तराई में स्थित मस्तांग जिले में मुक्तिनाथ मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे तथा इसके जीर्णोद्धार तथा विकास के लिए घोषणाएं करेंगे.
5. मोदी पशुपतिनाथ मंदिर में भी पूजा करेंगे. वहीं पीएम मोदी की इस दौरे के मद्देनजर तीन दिनों तक सुरक्षा बंदोबस्त मजबूत किया गया है. मोदी की यात्रा के दौरान दोनों देशों के लगभग 11,000 सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे.