चीन के घटिया क्वालिटी वाले सामानों पर केंद्र कसेगी नकेल, 371 चीनी सामानों पर भारतीय मानक सख्ती से करेगी लागू

मोदी सरकार चीनी सामानों पर नकेल कसने की तैयारी में है. दरअसल बड़े पैमाने पर चीन जैसे देशों से आयात होने वाले खिलौने, स्टील बार, स्टील ट्यूब, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, टेलिकॉम आइटम, हैवी मशीनरी, पेपर, रबर आर्टिकल्स और ग्लास जैसी लगभग 371 श्रेणियों को भारतीय मानकों (IS) के तहत लाया जाएगा.

खिलौना (Photo Credits: Pixabay)

नई दिल्ली: मोदी सरकार चीनी सामानों पर नकेल कसने की तैयारी में है. दरअसल बड़े पैमाने पर चीन जैसे देशों से आयात होने वाले खिलौने, स्टील बार, स्टील ट्यूब, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, टेलिकॉम आइटम, हैवी मशीनरी, पेपर, रबर आर्टिकल्स और ग्लास जैसी लगभग 371 श्रेणियों को भारतीय मानकों (IS) के तहत लाया जाएगा. सरकार यह अगले मार्च तक अनिवार्य करने की योजना बना रही है.

मिली जानकारी के मुताबिक इन सामानों पर भारतीय मानक (Indian Standards) लागू होने से घटिया क्वालिटी के वस्तुओं के आयात पर अंकुश लगेगा. वाणिज्य मंत्रालय (Commerce Ministry) ने पिछले साल इन वस्तुओं की पहचान का काम पूरा कर लिया है. अधिकारियों ने कहा कि आयात को कम करने और निर्यात बढ़ाने के लिए आत्मनिर्भर भारत (Atmanirbhar Bharat) पहल के तहत यह कदम उठाया जा रहा है. सरकार ने चीन के 47 ऐप पर रोक लगाई, ज्यादातर पहले ब्लॉक किए गए ऐप के प्रतिरूप

एक सवाल के जवाब में भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी (Pramod Kumar Tiwari) ने कहा कि वाणिज्य मंत्रालय ने चीनी उत्पादों सहित 371 आयातित टैरिफ लाइनों की पहचान की है. हम इन चीजों के लिए अनिवार्य मानकों को तैयार कर रहे हैं. इसके तहत अधिकारियों को सरकार के स्वामित्व वाले प्रमुख बंदरगाहों जैसे कांडला, जेएनपीटी और कोचीन में तैनात किया जाएगा.

बीआईएस (BIS) प्रमुख ने कहा कि बंदरगाहों पर तैनात अधिकारी सीमा शुल्क अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और मौके पर टेस्ट कर रहे हैं. उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) ने बीआईएस को एमआरपी और अन्य पैकेजिंग मानकों जैसे कि मूल देश, निर्माण की तारीखों आदि का उल्लंघन रोकने के लिए बाजारों में कड़ी निगरानी करने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही "वन नेशन वन स्टैंडर्ड" लागू करने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है.

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