रांची: झारखंड के दुमका से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है. यहां एक बेटे ने अपने माता-पिता को रात में सोते समय घर में जिंदा जलाने के लिए सिर्फ इसलिए आग लगा दिया कि वह उसके पांचवी शादी में रोड़ा बन रहे थे. दोनों बुजुर्ग के लिए अच्छी बात रही कि मदद के लिए चिल्लाने के बाद पड़ोसियों ने उन्हें बचा लिया. वहीं इस घटना के बाद पुलिस बेटे के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच पड़ताल में जुट गई है.
प्राप्त जानकरी के अनुसार ये वारदात दुमका के मसलिया इलाके के नयाडीह गांव की है, जहां आदिवासी आरोपी मुनुय सोरेन अपने बुजुग माता-पिता के साथ रहता है. उसकी मां कुष्ठ रोगी हैं. मुनुय पहले ही चार शादी कर चुका था. लेकिन उसकी हर पत्नी उसकी मां को देखकर उसके घर से मायके जाने के बाद फिर वापस उसके साथ रहने के लिए नहीं आती थी. जो अब मुनुय पांचवी शादी की योजना बना रहा था. लेकिन उसके सामने समस्या ये थी कि उसकी मां के कुष्ठ रोगी हो जाने की वजह से कोई लड़की उससे शादी नहीं करना चाह रही थी. इसलिए वह अपनी मां को रास्ते से हटाने के लिए एक साजिश रची. उस साजिश के तहत उसने रविवार की रात जब दोनों बुजुर्ग घर में सो रहे थे तभी घर में केरोसिन डालकर आग लगा दिया. यह भी पढ़े: पश्चिम बंगाल: न्यू टाउन इलाके में बेटे ने अपनी ही मां को लगाई आग, पड़ोसियों ने पहुंचाया अस्पताल
मुनुय सोरेन आग लगाने के बाद वह पकड़ा ना जाए वहां से फरार हो गया. इस बीच घर में आग लगने के बाद दोनों बुजुर्ग की जब आखं खुली तो घर में आग की लपटों को देखने के बाद मदद के लिए चिल्लाया. जिसके बाद आस-पास के पड़ोसियों ने किसी तरफ से दोनों को बचाया.