मलेशिया में जाकिर नाइक की बढ़ी मुसीबत, हिंदुओं के खिलाफ टिप्पणी पर पूछताछ के लिए सरकार भेजेगी नोटिस
दरअसल मलेशिया सरकार के कई मंत्रियों ने जाकिर नाइक के उस बयान पर आपत्ति जताया है, जिसमें उसने कहा था कि मलेशिया में हिंदुओं को भारत में अल्पसंख्यक मुस्लिमों की तुलना में 100 गुना अधिक अधिकार मिले हैं. जाकिर नाइक कि इस टिप्पणी के बाद से विरोध शुरू हो गया. वहीं मलेशिया सरकार के कई मंत्रियों ने भी इस टिप्पणी पर ऐतराज जताया था. जन सद्भावना और शांति को भंग से जोड़कर देखा जा रहा है.
भारत में कथित आतंकी गतिविधियों और धनशोधन में वांछित विवादित इस्लामिक धर्म प्रचारक जाकिर नाइक (Zakir Naik ) को मलेशिया (Malaysia) सरकार ने पूछताछ के लिए बुलाया है. दरअसल जाकिर नाइक पिछले तीन साल से मलेशिया में रहा है. लेकिन वहां कि सरकार अब नाइक के नफरत फैलाने वाले भाषण से खासा नाराज है. मलेशिया के गृह मंत्री मुहिद्दीन यासिन ने कहा कि पुलिस जाकिर नाइक समेत कई अन्य लोगों से इस मामले में पूछताछ करेगी. इस सिलसिले में उसको समन भेजा जाएगा. बता दें कि मलेशिया मुस्लिम बहुल देश है.
दरअसल मलेशिया सरकार के कई मंत्रियों ने जाकिर नाइक के उस बयान पर आपत्ति जताया है, जिसमें उसने कहा था कि मलेशिया में हिंदुओं को भारत में अल्पसंख्यक मुस्लिमों की तुलना में 100 गुना अधिक अधिकार मिले हैं. जाकिर नाइक कि इस टिप्पणी के बाद से विरोध शुरू हो गया. वहीं मलेशिया सरकार के कई मंत्रियों ने भी इस टिप्पणी पर ऐतराज जताया था. जन सद्भावना और शांति को भंग से जोड़कर देखा जा रहा है.
यह भी पढ़ें:- भगौड़े जाकिर नाईक को बड़ा झटका, ED ने जब्त की 50 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति
गौरतलब हो कि भारत ने मुंबई स्थित कट्टरपंथी उपदेशक जाकिर नाईक के प्रत्यर्पण के लिए मलेशिया से एक औपचारिक अनुरोध कर चूका है. नाईक भारत में धनशोधन और घृणास्पद भाषण देने के लिए वांछित है. नाईक लगभग तीन सालों से भरतीय कानून से बचने के क्रम में मलेशिया में रह रहा है. बांग्लादेश में 2016 में हुए एक आतंकी हमले के बाद उसके खिलाफ यहां दाखिल किए गए मामलों के बाद से वह फरार है.