जीप पर पत्थरबाज को बांधकर सुर्खियों में आए मेजर गोगोई को पुलिस ने कुछ समय के लिए किया गिरफ्तार
कश्मीर में मानव ढाल के रूप में एक पत्थरबाज को अपनी जीप के आगे बांधने वाले मेजर लीतुल गोगोई एक बार फिर विवादों से घिर गए हैं. राज्य की पुलिस ने डल झील इलाके में एक होटल में विवाद होने पर गोगोई को एक व्यक्ति और एक महिला सहित हिरासत में लिया. लेकिन कुछ ही देर बाद गोगोई को रिहा कर दिया.
श्रीनगर: कश्मीर में मानव ढाल के रूप में एक पत्थरबाज को अपनी जीप के आगे बांधने वाले मेजर लीतुल गोगोई एक बार फिर विवादों से घिर गए हैं. राज्य की पुलिस ने डल झील इलाके में एक होटल में विवाद होने पर गोगोई को एक व्यक्ति और एक महिला सहित हिरासत में लिया. लेकिन कुछ ही देर बाद गोगोई को रिहा कर दिया.
जानकारी के मुताबिक, गोगोई एक महिला के साथ सुबह 11 बजे होटल ममता में चेक-इन करना चाहते थे लेकिन लड़की स्थानीय निवासी थी इसलिए रिसेप्शन पर मौजूद होटलकर्मी ने उन्हें कमरे में जाने से मना कर दिया. जिसके बाद गोगोई के ड्राइवर और होटल कर्मचारियों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि पुलिस बुलानी पड़ी. असम निवासी गोगोई के नाम पर होटल में कमरा ऑनलाइन बुक किया गया था.
होटल के मालिक की माने तो गोगोई श्रीनगर एयरपोर्ट से सीधे होटल पहुंचे थे. असम निवासी गोगोई के नाम पर होटल में कमरा एक दिन के लिए ऑनलाइन बुकिंग के जरिए की गई थी. अहमद ने बताया गोगोई ने रजिस्ट्रेशन फॉर्म पर दो लोगों का नाम लिखा था. होटल मैनेजमेंट ने उनसे दो आधार कार्ड देने के लिए कहा, इसमें से एक स्थानीय कश्मीरी लड़की का था, जो कि नाबालिग थी.
वहीँ मामलें को टूल पकड़ता देख कश्मीर के पुलिस महानिदेशक एसपी पाणी ने पूरी घटना के जांच के आदेश दे दिए हैं. श्रीनगर के पुलिस अधीक्षक (उत्तरी जोन) को जांच का जिम्मा सौंपा है.
बता दें की बीते साल नौ अप्रैल को एक वीडियो में जम्मू एवं कश्मीर के श्रीनगर में हिंसा के बीच उपचुनाव के दौरान बडगाम में पत्थरबाजों से निपटने के लिए एक युवक को सेना की जीप के बोनट से बंधा दिखाया गया था. बाद में युवक की पहचान फारूक अहमद डार के रूप में हुई थी. जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने गोगोई के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है, जिसकी जांच जारी है.