जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में 16 फरवरी को नियन्त्रण नियंत्रण रेखा के पास एक आईईडी बम को डिफ्यूज करते समय शहीद हुए मेजर चित्रेश सिंह बिष्ट का आज उत्तराखंड के हरिद्वार में अंतिम संस्कार किया जाएगा. सेना के जवान शहीद मेजर चित्रेश सिंह बिष्ट (Major Chitresh Singh Bisht ) को अंतिम विदाई दे रहे हैं. इस दौरान लोगों ने वन्दे मातरम् और चित्रेश बिष्ट अमर रहें... के नारे लगा रहे हैं. बता दें कि उनका पार्थिव शरीर रविवार शाम को देहरादून स्थित उनके आवास में पहुंचाया गया था. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) भी हजारों लोगों के साथ शहीद मेजर चित्रेश सिंह बिष्ट की अंतिम यात्रा में शामिल हुए.
बता दें कि शहीद मेजर चित्रेश सिंह बिष्ट एक बम निरोधक दस्ते की अगुवाई कर रहे थे. अधिकारियों के अनुसार दोपहर करीब तीन बजे नौशेरा सेक्टर में ट्रैक पर बारूदी सुरंग का पता चला. मेजर बिष्ट के नेतृत्व में बम निरोधक दस्ते ने एक बारूदी सुरंग को सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया, लेकिन जब वे दूसरी सुरंग को निष्क्रिय कर रहे थे तो उसमें विस्फोट हो गया. इसमें मेजर बिष्ट शहीद हो गए. विस्फोट में वहीं एक दूसरा जवान भी घायल हो गया. घायल जवान लो अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
#WATCH Slogans of 'Amar Rahe' raised as people pay last respects to Major Chitresh Singh Bisht in Dehradun. He lost his life on 16 Feb while defusing an IED which was planted by terrorists across the LoC in Rajouri's Naushera sector in J&K. Uttarakhand CM also present. pic.twitter.com/cjD5JYUi1h
— ANI (@ANI) February 18, 2019
बता दें कई मेजर बिष्ट की 7 मार्च को शादी थी और शादी के कार्ड भी बंट चुके थे. मेजर बिष्ट के पिता एसएस बिष्ट उन्हें बार-बार शादी की तैयारियों के लिए छुट्टी लेकर आने को कह रहे थे, लेकिन उन्होंने अपने फर्ज को तवज्जो दिया. मेजर बिष्ट की शहादत की खबर के बाद से परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. रविवार को जब उनका पार्थिव शरीर उनके आवास पहुंचा तो वहां का मंजर देखकर हर कोई भावुक हो गया. परिवार के मुताबिक मेजर बिष्ट ने अब तक 25 बम डिफ्यूज किए थे. वह पढ़ाई में बहुत होनहार थे. मेजर रैंक के लिए हुई परीक्षा में नौवां स्थान हासिल किया था.